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    बंगाल के दार्जिलिंग में लैंडस्लाइड: आपदा में मरने वालों की संख्या 29 हुई, राहत कार्य तेज

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 12:43 AM (IST)

    उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग और डुवार्स में भारी बारिश और भूस्खलन से 29 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राहत कार्यों का जायजा लिया। मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया गया है और नौकरी का वादा किया गया है। बाढ़ से जंगल में जानवरों की भी मौत हुई है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है।

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    बारिश और भूस्खलन से 29 लोगों की मौत।

    जागरण टीम, सिलीगुड़ी। उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग और डुवार्स में रविवार को भारी बारिश और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 29 हो गई है। नागराकाटा में और चार शव बरामद किए गए, जहां रविवार को एक पूरा गांव तेज बहाव की चपेट में आ गया था।

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    मौसम में सुधार होने से राहत कार्य कार्य में तेजी आई है। इस बीच सोमवार को राज्यपाल सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लेने सिलीगुड़ी पहुंचे।

    सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग मार्ग पर यातायात शुरू

    दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिलों में 12 घंटों में 300 मिमी से अधिक बारिश ने तबाही मचाई थी। इस दौरान पहाड़ी ढलानों के धंसने और नदियों के उफान से सैकड़ों लोग बेघर हुए और कई पर्यटक फंस गए थे। दार्जिलिंग को जोड़ने वाली सड़कें ठीक की जा रहीं हैं। कुछ पर्यटकों को सिलीगुड़ी पहुंचाया गया है।

    दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक प्रवीण प्रकाश ने बताया कि वैकल्पिक मार्गों से यातायात शुरू किया गया है। सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग मार्ग पर यातायात शुरू हो गया है, लेकिन मिरिक अभी भी कटा हुआ है।

    उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने बताया कि राहत अभियान जारी होने के बावजूद मरने वालों की संख्या बढ़ने का खतरा है। अब तक 29 लोग मारे गए हैं और छह लापता हैं। राहत और बचाव दल को पहाड़ी क्षेत्र में 40 से अधिक भूस्खलन स्थलों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि कई क्षेत्रों में संपर्क टूट गया है। डुवार्स के नागराकाटा के बामनडांगा में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है।

    उन्होंने आगे कहा कि यहां पिछले दो दिनों में नौ लोगों के शव बरामद हुए हैं। धूपगुड़ी ब्लाक के गधेयारकुठी ग्राम पंचायत में जलढाका नदी पर बांध के टूटने से क्षेत्र जलमग्न हो गया है। प्रभावितों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में भारी भीड़ है। घर, कपड़े, बुनियादी सामान खो चुके लोग प्रशासन पर निर्भर हैं और तुरंत राहत और पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।

    ममता ने पीड़ितों के स्वजन को पांच-पांच का चेक सौंपा

    प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे उत्तर बंगाल के दौरे पर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्षेत्र के सभी लोगों से शांति और धैर्य की अपील की है। उन्होंने नागराकाटा के कालीखोला पुल के मरम्मत कार्यों का जायजा लिया साथ ही आपदा में मरे लोगों के स्वजन को पांच-पांच लाख का चेक सौंपा और परिवार के एक व्यक्ति की नौकरी की पुलिस में नौकरी की व्यवस्था का निर्देश दिया।

    उन्होंने बाढ़ में घर खोने वालों को घर बनाकर देने का वादा भी किया। मिरिक को जोड़ने वाले दूधिया पुल को 20 दिन के अंदर में अस्थायी रूप से तैयार करा देने की भी घोषणा की।

    बाढ़ से जंगल जानवर भी न बच सके

    उत्तर बंगाल में मूसलधार बारिश के कारण आई विनाशकारी बाढ़ डुआर्स क्षेत्र के जंगलों से कई जंगली जानवरों को भी बहा कर ले गई। प्रेट्र के अनुसार अब तक कम से कम सात जानवरों की मौत की सूचना मिली है। टार्शा, जलधाका, कालजानी और डायना नदियों में पानी बढ़ने से विशाल जंगली क्षेत्र जलमग्न हुआ है।

    मुख्य वन्यजीव वार्डन संदीप सुंद्रीयाल ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में पता चला है कि डुआर्स क्षेत्र के जंगलों में एक गैंडा, दो तेंदुए और चार सांबर हिरण की मौत हुई है। हालांकि, स्पष्ट तस्वीर तब सामने आएगी जब पानी कम होगा और हमारी टीमें आंतरिक क्षेत्रों तक पहुंच सकेंगी।

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