बिहार में कब होगा कैबिनेट विस्तार? पीएम मोदी और अमित शाह से मिले नीतीश कुमार; किन मुद्दों पर हुई बात?
बिहार में राजग की नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात में विकास एजेंड ...और पढ़ें

यह मुलाकात औपचारिक शिष्टाचार तक सीमित नहीं थी (फोटो: पीएमओ)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार में राजग की नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि राज्य में डबल इंजन की सरकार पूरी रफ्तार से बढ़ने के लिए तैयार है।
शीर्ष नेताओं की यह मुलाकात औपचारिक शिष्टाचार तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके केंद्र में विकास एजेंडे, आंध्र प्रदेश को मिल रही मदद की तरह ही बिहार के लिए कुछ विशेष मदद, केंद्र-राज्य समन्वय और राजनीतिक स्थिरता जैसे अहम मुद्दे भी शामिल थे।
केंद्रीय फंडिंग को आसान बनाया जाएगा
माना जा रहा है कि यह मुलाकात आने वाले समय में कुछ बड़ी योजनाओं की मंजूरी और केंद्रीय फंडिंग को आसान बना सकती है। केंद्र और राज्य के संबंधों को नई ऊर्जा दे सकती है। विकास योजनाओं को गति, वित्तीय सहयोग को मजबूती और राजनीतिक समन्वय के स्तर पर भी दूरगामी असर दिख सकता है।
मोदी-नीतीश की मुलाकात को बिहार के लिए इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद यह मुख्यमंत्री का पहला औपचारिक दिल्ली दौरा था। ऐसे में केंद्र के शीर्ष नेतृत्व से सीधे संवाद ने यह संदेश दिया कि विकास को लेकर राज्य-केंद्र के बीच किसी तरह का तालमेल का अभाव नहीं है।
नीतीश ने बिहार की प्राथमिकताओं पर चर्चा की
प्रधानमंत्री के साथ करीब आधा घंटा की बैठक में नीतीश ने बिहार की प्राथमिकताओं पर चर्चा की। मुख्य फोकस राज्य में निवेश और रोजगार बढ़ाने, बुनियादी ढांचे को तेजी से मजबूत करने, केंद्रीय सहायता से चल रही योजनाओं को गति देने और नई विकास परियोजनाओं के लिए वित्तीय मदद पर था। नीतीश ने प्रधानमंत्री मोदी को बिहार के सात निश्चय-3 के तहत प्रस्तावित योजनाओं की जानकारी दी और इनके क्रियान्वयन के लिए आवश्यक संसाधनों पर विमर्श किया।
प्रधानमंत्री से मिलने के बाद नीतीश ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की। इस दौरान राज्य के प्रशासनिक एवं राजनीतिक पहलुओं पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक बातचीत में मंत्रिमंडल विस्तार की रणनीति के साथ केंद्र-राज्य के बीच बेहतर समन्वय पर भी विचार किया गया।
शीर्ष नेताओं की बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की मौजूदगी ने यह भी साफ कर दिया कि राजग के दोनों बड़े घटक दल सरकार साथ-साथ चलने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। यह मुलाकात बिहार में राजग की एकता को मजबूत करने के साथ यह संदेश दे रही है कि बिहार में सरकार स्थिर है और उसका फोकस विकास पर है।

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