13 साल पहले भारत में दाखिल हुए नौ संदिग्ध रोहिंग्या शरणार्थी गिरफ्तार, पढ़ें कैसे पुलिस के हत्थे चढ़े सभी लोग
असम के कछार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास रोहिंग्या समुदाय के नौ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। ये लोग लगभग 13 साल पहले अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे। पुलिस के अनुसार ये सभी हैदराबाद में मिले थे और बांग्लादेश में शरणार्थी शिविरों में वापस जाने का निर्णय लिया था। खुफिया सूचना के आधार पर उन्हें कटिगोराह से पकड़ा गया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रोहिंग्या समुदाय के कम से कम नौ सदस्यों को आज (बुधवार) असम के कछार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास गिरफ्तार किया गया। ये लोग कथित तौर पर लगभग 13 साल पहले अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे।
सभी लोगों की हैदराबाद में हुई थी मुलाकात
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रोहिंग्या के दो समूह थे - दो पुरुष, दो महिलाएं, एक किशोरी और चार बच्चे, जो बांग्लादेश में अपने शरणार्थी शिविरों में वापस जाने का निर्णय लेने से पहले कई वर्षों से भारत के विभिन्न इलाकों में रह रहे थे।
वे सभी हैदराबाद में मिले और असम पहुंचे तथा कछार जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास उतरे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि खुफिया इकाई से मिली सूचना के बाद उन्हें मंगलवार शाम को कटिगोराह से पकड़ा गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इलाके के स्थानीय लोगों को उन पर शक हुआ क्योंकि वे अलग भाषा बोल रहे थे। शुरुआती पूछताछ में रोहिंग्याओं ने पुलिस को बताया कि वे जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना सहित कई राज्यों में काम करते हैं।
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