Nimisha Priya: निमिषा प्रिया को माफी नहीं देना चाहता तलाल मेहदी का परिवार; जानिए क्या है 'किसास' जिसकी हो रही मांग
यमन में मृत्युदंड की सजा पाई भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बचाने के प्रयास जारी हैं। भारत सरकार ने तलाल अब्दो मेहदी के परिवार को ब्लड मनी की पेशकश की है लेकिन परिवार किसास यानी प्रतिशोध की मांग पर अड़ा है। तलाल के भाई अब्देलफतह मेहदी ने ब्लड मनी अस्वीकार करते हुए कहा कि निमिषा को कुरान के अनुसार न्याय का सामना करना होगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यमन में मृत्युंदड की सजा पाई भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बचाने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। 16 जुलाई को निमिषा प्रिया को सजा-ए-मौत दी जानी थी, लेकिन इसे टाल दिया गया। भारत सरकार ने तलाल अब्दो मेहदी के परिवार को ब्लड मनी की पेशकश की है, लेकिन परिवार इसके लिए तैयार नहीं है।
तलाल मेहदी के भाई अब्देलफतह मेहदी ने कहा है कि निमिषा को मिलने वाली मौत की सजा में थोड़ी देरी हो जाए, लेकिन परिवार इसका बदला लेकर रहेगा। उन्होंने ब्लड मनी को स्वीकार करने की संभावनाओं से भी इनकार किया और कहा है कि निमिषा को 'किसास' का सामना करना पड़ेगा।
कुरान में है 'किसास' का जिक्र
'किसास' इस्लामिक न्यायशास्त्र में एक शब्द है। 'किसास' का मतलब 'ईश्वर का कानून' होता है। इसकी अवधारणा बाइबिल की 'आंख के बदले आंख' जैसी है। 'किसास' अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अनुवाद प्रतिशोध कहा जा सकता है। कुरान में अध्याय 2, आयत 178 में इसका जिक्र मिलता है।
इसमें लिखा है, 'हे ईमान वालों! तुमपर निहत व्यक्तियों के बारे में किसास (बराबरी का बदला) अनिवार्य कर दिया गया है। स्वतंत्र का बदला स्वतंत्र से लिया जायेगा, दास का दास से और नारी का नारी से। जिस अपराधी के लिए उसके भाई की ओर से कुछ क्षमा कर दिया जाये, तो उसे सामान्य नियम का अनुसरण करना चाहिये। निहत व्यक्ति के वारिस को भलाई के साथ दियत चुका देना चाहिये। ये तुम्हारे पालनहार की ओर से सुविधा तथा दया है। इसपर भी जो अत्याचार करे, तो उसके लिए दुखदायी यातना है।'
निमिषा प्रिया मामले में 'किसास' की मांग
- अपराध के आधार पर 'किसास' दो प्रकार के होते हैं, जिसमें 'जान' के बदले 'जान' और 'चोट' के बदले 'चोट' की अवधारणा शामिल है। तलाल मेहदी के परिवार पहले तरीके यानी 'जान' के बदले 'जान' की मांग की है। परिवार का मानना है कि निमिषा प्रिया ने जानबूझकर तलाल मेहदी की हत्या की थी। भारत सरकार की कोशिश है कि तलाल मेहदी का परिवार 'ब्लड मनी' को स्वीकार कर ले।
- ब्लड मनी एक तरह का मुआवजा है, जो पीड़ित का परिवार खुद पर हुए जुल्म के बदले में स्वीकार करता है और दोषी को माफ कर देता है। भारत की तरफ से तलाल के परिवार को 1 मिलियन डॉलर के ब्लड मनी की पेशकश की गई है। लेकिन तलाल मेहदी के भाई ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि उसे माफी नहीं दी जाएगी और निमिषा प्रिया को कुरान में लिखे न्याय का सामना करना होगा।
- तलाल मेहदी के भाई ने फेसबुक पर लिखे एक पोस्ट में मध्यस्थता और सुलह के प्रयासों की बात स्वीकार की, लेकिन ये भी कहा कि 'हमारी मांग स्पष्ट है- किसास। और कुछ भी नहीं।' हालांकि इस पोस्ट से ये भी साफ होता है कि मौत की सजा का टल जाने का फैसला मेहदी के परिवार की अनुमति के बिना हुआ है और ये निमिषा प्रिया मामले में सकारात्मक संकेत है।
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