मुनीर ने आतंकियों के पास भेजे ड्रोन से हथियार, लश्कर और टीआरएफ ने रची थी साजिश
एनआईए अदालत ने ड्रोन से हथियार तस्करी मामले में फैसल मुनीर समेत सात आरोपियों पर आरोप तय किए। जांच में पता चला कि लश्कर-ए-तैयबा और द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ड्रोन के जरिए हथियार और विस्फोटक भेजने की साजिश रची थी। फैसल मुनीर मुख्य आरोपी है जिसने आतंकियों तक हथियार पहुंचाए। जांच एजेंसी ने आरोपियों के ठिकानों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनआईए अदालत के विशेष जज संदीप गंडोत्रा ने ड्रोन की मदद से सीमा पार से हथियारों व विस्फोटक तस्करी मामले में आरोपित फैसल मुनीर सहित सात के विरुद्ध आरोप तय किए है।
दो वर्ष तक चली जांच में पता चला है कि इन्होंने लश्कर-ए-तैयबा और उसके समर्थित दल द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ड्रोन से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी की साजिश रची थी। इस मामले की जानकारी 29 मई, 2022 को कठुआ पुलिस को उस समय जानकारी मिली थी जब पुलिस ने हेक्साकाप्टर ड्रोन को पकड़ा जिसमें बम, ग्रेनेड व हथियार थे।
मुनीर ने भेजे थे आतंकियों के पास हथियार
मामले की जांच एनआइए ने की जिसमें सामने आया कि आतंकियों के लिए यह गोला बारूद भेजा था। इस मामले में फैसल मुनीर मुख्य आरोपित था जो इस तरह से 70 से 80 पिस्तौल, 40 से 50 ग्रेनेड और 30 से 40 बम प्राप्त कर उन्हें आतंकियों तक पहुंचा चुका था। हथियार व गोलाबारूद को आतंकियों तक पहुंचाने में फैसल मुनीर की मदद हबीब, मियां सुहेल और राशिद भी करते थे।
इस मामले में दो आरोपित सुहेल मुश्ताक वाजा व सुहेल कादरी खांडे भी आरोपित पाए गए जो आतंकियों के लिए आर्थिक मदद जुटाने के अलावा ओवर ग्राउंड वर्कर्स की भी भर्ती करते थे। सीमा पार से आए इन हथियारों को हैंडलर जाकिर हुसैन उर्फ सोनू के निर्देश पर आगे भेजे जाते थे।
जांच के दौरान साइलेंसर, ग्रेनेड और विस्फोटक किए थे बरामद
जांच के दौरान जांच एजेंसी ने भारी मात्रा में हथियार जिनमें साइलेंसर, ग्रेनेड, नकदी व विस्फोटक शामिल हैं, आरोपितों के घरों और उनके ठिकानों से बरामद किया था। इन आरोपितों का संबंध पाकिस्तानी आतंकी सज्जाद गुल उर्फ हमजा के साथ साबित हुए, जिसकी तलाश पत्रकार सुजात बुखारी की वर्ष 2018 में हुई हत्या के मामले में भी की जा रही है।
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