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    नए आपराधिक कानूनों में फोरेंसिक की भूमिका को लेकर हो रहा सम्मेलन, NFSU के कार्यक्रम में अमित शाह होंगे मुख्य अतिथि

    दिल्ली में विज्ञान भवन में दिनांक 13 अप्रैल 2025 को एक साथ दो कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिस में फिल्म फोरेंसिक संगोष्ठी और फोरेंसिक हैकाथॉन शामिल है। पद्मश्री से सम्मानित हेमा मालिनी माननीय सांसद मुख्य अतिथि और प्रसून जोशी चेरपर्सन सेंट्रल बोर्ड ओफ फिल्म सर्टिफिकेशन बॉलीवुड स्टार सुनील शेट्टी शरद केलकर एवं नरेन्द्र गुप्ता इस कार्यक्रम मे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

    By Digital Desk Edited By: Chandan Kumar Updated: Fri, 11 Apr 2025 07:32 PM (IST)
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    राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (फोटो सोर्स- National Forensic Sciences University/Facebook)

    डिजिटस डेस्क, नई दिल्ली। गृह मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) 14 से 15 अप्रैल 2025 तक विज्ञान भवन, दिल्ली में ‘नए आपराधिक कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन और आतंकवाद से निपटने में फोरेंसिक विज्ञान की भूमिका’ के विषय पर अखिल भारतीय न्यायालयिक विज्ञान सम्मेलन (एआईएफएसएस) का आयोजन कर रहा है। भारत सरकार के गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में सम्मेलन का उद्घाटन दिनांक 14 अप्रैल को करेंगे।

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    ये गणमान्य भी सम्मेलन में होंगे शामिल

    भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल, भारत के अटॉर्नी-जनरल आर वेंकटरमाणि, एनएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति वी रामसुब्रमण्यम, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा और केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन इस सम्मेलन के उद्घाटन में को शामिल होंगे।

    दिल्ली में विज्ञान भवन में दिनांक 13 अप्रैल 2025 को एक साथ दो कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिस में फिल्म फोरेंसिक संगोष्ठी और फोरेंसिक हैकाथॉन शामिल है। 'पद्मश्री' से सम्मानित हेमा मालिनी, माननीय सांसद मुख्य अतिथि और प्रसून जोशी, चेयरपर्सन, सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन; बॉलीवुड स्टार सुनील शेट्टी; शरद केलकर और नरेन्द्र गुप्ता इस कार्यक्रम मे विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

    NFSU के कुलपति ने क्या कहा?

    राष्ट्रीय न्यायालयिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के कुलपति और 'पद्मश्री' से सम्मानित डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि विश्व के सर्वप्रथम और एकमात्र विश्वविद्यालय, एनएफएसयू द्वारा विश्व की सर्वप्रथम “फिल्म फोरेंसिक संगोष्ठि” का आयोजन किया गया है, जिसका उद्देश्य सिनेमा की शक्ति का उपयोग कर अपराध की जांच को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत करना तथा न्याय प्रदान करने की प्रणाली को और मजबूत करना है। इस संगोष्ठी में दृश्यों का विशिष्ट समन्वय होगा और सत्य को अपनी आवाज मिलेगी।

    "फोरेंसिक हैकाथॉन का आयोजन नवाचार और इन्क्यूबेशन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया है। इस सम्मेलन में 1,600 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे, जिनमें फोरेंसिक वैज्ञानिक, न्यायाधीश, कानून प्रवर्तन अधिकारी, शोधकर्ता, उद्योग विशेषज्ञ और छात्र शामिल होंगे।" डॉ. जे.एम. व्यास, कुलपति, National Forensic Science University

    डॉ. व्यास ने यह भी बताया कि इस तीन दिवसीय बहु-हितधारक कार्यक्रम में आपराधिक न्याय वितरण पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाने के लिए सभी महत्वपूर्ण मुद्दों और समस्याओं पर भी चर्चा की जाएगी। जिसके अंतर्गत फोरेंसिक विज्ञान और न्यायिक प्रणाली में चुनौतियों, प्रगति और नवाचारों जैसे मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही समूह चर्चा और तकनीकी सत्रों में दोषसिद्धि दर बढ़ाने और कानूनी ढांचे को मजबूत करने में वैज्ञानिक साक्ष्य के महत्व पर भी चर्चा की जाएगी।

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