गृहमंत्री ने दिया आतंकी संगठन नष्ट करने का निर्देश
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बर्द्धमान धमाके में शामिल जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के मौजूदा ढांचे को समूल नष्ट करने का निर्देश दिया है। पश्चिम बंगाल से लौटने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने गृहमंत्री को जांच की स्थिति से अवगत कराया। इस दौरान गृह मंत्रालय, एनआइए और खुफिया ब्यूरो (आइबी) के वरिष्ठ
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बर्द्धमान धमाके में शामिल जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के मौजूदा ढांचे को समूल नष्ट करने का निर्देश दिया है। पश्चिम बंगाल से लौटने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने गृहमंत्री को जांच की स्थिति से अवगत कराया। इस दौरान गृह मंत्रालय, एनआइए और खुफिया ब्यूरो (आइबी) के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। एनएसए ने गृहमंत्री को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हुई बातचीत का भी ब्यौरा दिया।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बर्द्धमान धमाके में जेएमबी के आतंकी शामिल थे और वे बांग्लादेश में हमला करने के लिए बम बना रहे थे। उनके अनुसार, जेएमबी के आतंकी बर्द्धमान और मुर्शीदाबाद के दो मदरसों को बतौर प्रशिक्षण केंद्र इस्तेमाल कर रहे थे और उनसे जुड़े 25-30 आतंकी देश के अन्य हिस्सों में फैले हैं। इनमें पिछले दिनों असम में गिरफ्तार छह आतंकियों में से एक जेएमबी से जुड़ा पाया गया है। ब्रीफिंग के दौरान राजनाथ सिंह ने इस आतंकी संगठन के पूरे नेटवर्क को समूल नष्ट करने का निर्देश दिया। गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में पांच-छह मदरसे संदेह के घेरे में हैं, लेकिन अब साफ हो गया है कि आतंकी गतिविधियों के केंद्र बर्द्धमान और मुर्शीदाबाद के दो मदरसों तक सीमित थे। हैरानी की बात यह है कि इन दोनों मदरसों में आतंकी प्रशिक्षण पाने वाली अधिकांश लड़कियां थीं। माना जा है कि उन पर संदेश की गुंजाइश कम होने के चलते ये कदम उठाया गया था। सोमवार को अजित डोभाल ने एनएसजी प्रमुख जयंत चौधरी और एनआइए प्रमुख शरद कुमार के साथ बर्द्धमान में हुए विस्फोट स्थल का दौरा किया था। उन्होंने उस कमरे का जायजा लिया, जहां दो अक्टूबर को हुए विस्फोट में दो संदिग्ध आतंकी मारे गए थे।