Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नेताजी सुभाष चंद्र बोस की टोपी सुरक्षित, विक्टोरिया मेमोरियल को दी गई; केंद्र ने दी जानकारी

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Mon, 28 Jun 2021 07:37 AM (IST)

    एएसआई ने नेताजी से जुड़ी 24 चीजें कुछ दिन के लिए विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता को दी हैं। नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी के लिए ये चीजें दी गई हैं। उन्हें जल्द वापस लाया जाएगा।

    Hero Image
    नेताजी के भतीजे ने पीएम को सौंपी थी ऐतिहासिक टोपी

    नई दिल्ली, प्रेट्र। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के भतीजे द्वारा नेताजी की टोपी लेकर जताई गई आशंका पर केंद्र सरकार ने टोपी के सुरक्षित और कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल की सुपुर्दगी में होने की जानकारी दी है। नेताजी के भतीजे चंद्र कुमार बोस ने कहा कि दिल्ली में लाल किले में नेताजी को समर्पित एक संग्रहालय के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टोपी सौंपी गई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने एक ट्वीट में प्रधानमंत्री और केंद्रीय संस्कृति मंत्री को टैग करते हुए कहा कि बोस परिवार ने नेताजी की ऐतिहासिक टोपी माननीय पीएम नरेंद्र मोदी जी को लाल किला संग्रहालय में रखने के लिए सौंपी थी न कि उन्हें स्थानांतरित करने के लिए। पीएम से अनुरोध है कि टोपी को उसके मूल स्थान पर रखने का निर्देश दें।

    उन्होंने अपने ट्वीट के साथ हैशटैग नेताजी की टोपी गायब का इस्तेमाल किया। इसके कुछ घंटों बाद केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल ने एक ट्वीट में कहा कि नेताजी की टोपी और उनकी तलवार पूरी तरह से सुरक्षित हैं। एएसआई ने नेताजी से जुड़ी 24 चीजें कुछ दिन के लिए विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता को दी हैं। नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी के लिए ये चीजें दी गई हैं। उन्हें जल्द वापस लाया जाएगा।

    संस्कृति मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि प्रतिष्ठित टोपी को इस साल जनवरी में कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में ले जाया गया था। वहां प्रधानमंत्री मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

    प्रोटोकाल के बाद, टोपी को लाल किला संग्रहालय से विक्टोरिया मेमोरियल के लिए जनवरी से शुरू होने वाले छह महीने की अवधि के लिए उधार दिया गया है। यह अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ाई भी जा सकती है। इसके लिए बाकायदा हस्ताक्षर युक्त एक समझौता भी हुआ है।