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    NEET Paper Leak Case: छात्रों का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन, CBI ने संभाली कमान; नीट मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?

    By Agency Edited By: Nidhi Avinash
    Updated: Sun, 23 Jun 2024 11:45 PM (IST)

    NEET Paper Leak मामलों में छात्रों का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। हालांकि CBI ने नीट मामले में कमान संभाल ली है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर सीबीआइ ने रविवार को आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की।अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय ने एजेंसी को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में गड़बड़ी की कुछ घटनाएं हुईं।

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    नीट मामले में अब तक क्या-क्या हुआ? (Image: ANI)

    नई दिल्ली, पीटीआई। मेडिकल कोर्सों में प्रवेश के लिए पांच मई को आयोजित किए गए नीट-यूजी 2024 में कथित अनियमितताओं के मामले की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने के बाद जांच एजेंसी ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर सीबीआइ ने रविवार को आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की।

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    छात्रों का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

    पेपर लीक के दावों की जांच के लिए छात्रों द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और अदालतों में याचिकाएं दायर किए जाने के बीच यह कदम उठाया गया है। छात्रों के विरोध को देखते हुए ही शिक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इस मामले की जांच सीबीआइ को सौंप दी थी। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से यह परीक्षा देशभर में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था।

    कुछ राज्यों में गड़बड़ी की कुछ अलग-थलग घटनाएं

    अधिकारियों ने बताया कि मंत्रालय ने एजेंसी को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में गड़बड़ी की कुछ अलग-थलग घटनाएं हुईं। उन्होंने बताया कि मामले की जांच को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सीबीआइ ने विशेष टीमें बनाई हैं जो गोधरा और पटना के लिए रवाना हुई हैं। वहां पुलिस ने प्रश्नपत्र लीक होने के मामले दर्ज किए हैं। उन्होंने बताया कि एजेंसी गुजरात और बिहार में पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इन मामलों की जांच अपने हाथ में लेने के लिए कदम उठा रही है।

    जांच का अनुरोध

    सीबीआइ के एक प्रवक्ता ने कहा- 'शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआइ से अभ्यर्थियों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा कथित अनियमितताओं के विभिन्न पहलुओं की व्यापक जांच करने का अनुरोध किया है जिसमें षड्यंत्र, धोखाधड़ी, अभ्यर्थी की जगह किसी और के परीक्षा में बैठने, विश्वासघात और साक्ष्यों को नष्ट करना शामिल है।'

    इन धाराओं पर केस दर्ज

    अधिकारियों के अनुसार, परीक्षा के आयोजन से जुड़े लोक सेवकों की संभावित भूमिका और पूरे घटनाक्रम एवं बड़ी साजिश भी जांच के दायरे में होगी। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत एक नया मामला दर्ज किया है। उधर, महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने नीट-यूजी, 2024 में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में लातूर जिले में एक निजी कोचिंग सेंटर चलाने वाले दो शिक्षकों से पूछताछ की।

    धर्मेंद्र प्रधान ने क्या दिया स्पष्टीकरण?

    बीते रोज शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि मोदी सरकार की नीयत और प्रतिबद्धता छात्रों के हितों के संरक्षण को लेकर स्पष्ट है और इससे किसी तरह की कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पेपर लीक प्रकरण के चलते शनिवार को केंद्र सरकार ने एनटीए के महानिदेशक (डीजी) सुबोध कुमार को हटा दिया था और उनकी जगह इंडिया ट्रेड प्रोमोशन आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष और एमडी प्रदीप ¨सह खरोला को एनटीए महानिदेशक का प्रभार सौंपा था।

    फिर से परीक्षा का आयोजन 

    52 प्रतिशत अभ्यर्थी ही दोबारा परीक्षा देने पहुंचे जागरण ब्यूरो के अनुसार नीट-यूजी में ग्रेस मा‌र्क्स पाने वाले 1563 अभ्यर्थियों के लिए एनटीए ने रविवार को फिर से परीक्षा का आयोजन किया। इस दौरान 1563 से सिर्फ 813 छात्र यानी 52 प्रतिशत ही फिर से परीक्षा में शामिल हुए। यह परीक्षा देश के चार राज्य व एक केंद्रशासित प्रदेश के सात केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इन सभी छात्रों का रिजल्ट अब 30 जून को घोषित होगा।

    एनटीए ने ग्रेस मा‌र्क्स पाने वाले इन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा का आयोजन सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े जाने के बाद किया है। एनटीए ने कोर्ट के सामने ग्रेस मा‌र्क्स रद करने और छात्रों की फिर से परीक्षा कराने का प्रस्ताव रखा था जिस पर शीर्ष कोर्ट सहमत हो गया था।

    हरियाणा और छत्तीसगढ़ में दो-दो सेंटर बनाए गए

    एनटीए के मुताबिक इस परीक्षा के हरियाणा और छत्तीसगढ़ में दो-दो सेंटर बनाए गए थे, जबकि गुजरात, मेघालय और चंडीगढ़ में एक-एक सेंटर बनाया गया था। इनमें चडीगढ़ के केंद्र पर दो छात्रों की परीक्षा होनी थी, लेकिन दोनों में से कोई नहीं आया। इस बीच एनटीए ने इसके साथ ही जांच के दौरान परीक्षा में गड़बड़ी और नकल करने के मामले में बिहार के 17 छात्रों को नोटिस जारी कर आगे की सभी परीक्षाओं से वंचित कर दिया है।

    हमारी वेबसाइट और अन्य पोर्टल पूरी तरह सुरक्षित 

    वहीं गुजरात के गोधरा से भी 30 छात्रों को गलत आचरण के चलते अगली परीक्षाओं में बैठने से वंचित किया है।एनटीएएनटीए के अधिकारियों ने रविवार को दावा किया कि उनकी वेबसाइट तथा अन्य सभी वेब पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनके हैक होने की खबरें गलत और भ्रामक हैं। एनटीए का यह स्पष्टीकरण नीट-यूजी और यूजीसी-नेट सहित प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर जारी विवाद के बीच आया है।

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