'छोटा पैकेट बड़ा धमाका'; दिल्ली की इस बच्ची ने महज नौ साल की उम्र में लिखी एडवेंचर बुक
दिल्ली की अजना द्विवेदी नौ साल की हैं। लेकिन इनकी उम्र पर मत जाइए। क्योंकि इतनी छोटी आयु में इन्होंने लिख डाली है अपनी पहली किताब- ‘द एडवेंचर्स ऑफ अन्वी’।

अंशु सिंह, जेएनएन। दिल्ली की अजना द्विवेदी नौ साल की हैं। लेकिन इनकी उम्र पर मत जाइए। क्योंकि इतनी छोटी आयु में इन्होंने लिख डाली है अपनी पहली किताब- ‘द एडवेंचर्स ऑफ अन्वी’। अजना ने न सिर्फ किताब लिखी है, बल्कि उसमें दिए गए इलस्ट्रेशन भी उन्होंने खुद ही बनाए हैं। लॉकडाउन में बच्चे सबसे अधिक क्रिएटिव दिखाई दिए, इस बात को अजना ने भी साबित किया है।
वैसे, तो इन्होंने पिछले वर्ष से ही ब्लॉग के जरिये लेखन की शुरुआत की है। लेकिन तब उन्हें यह खयाल नहीं आया था कि इतनी जल्दी 120 पन्नों की एक पूरी किताब भी लिख डालेंगी। अजना बताती हैं, ‘मैं मां के साथ अलग-अलग कार्यक्रमों में जाती थी। प्रेरक कहानियां सुनती थी। एक दिन सोचा कि क्या मैं खुद कुछ नहीं लिख सकती हूं?’
रस्किन बॉन्ड और सुधा मूर्ति पसंदीदा लेखक
एक साल पहले अजना ने मां वर्तिका द्विवेदी से कहा कि उन्हें एक मिनी ब्लॉगिंग पेज बनाकर दें, जहां वे अपने विचारों को लिख सकें और उसे दुनिया के साथ शेयर भी कर सकें। रस्किन बॉन्ड और सुधा मूर्ति उनके पसंदीदा लेखक हैं। खुद को वे एक बुकबर्ड मानती हैं। बताती हैं, ‘लॉकडाउन के दौरान मैं बोर हो रही थी, तब रोजाना 5 से 6 पन्ने लिख डालती थी। किताब तकरीबन पूरी कर ली थी, लेकिन उसी बीच स्कूल की ऑनलाइन क्लासेज शुरू हो गईं। इस कारण कई बार देर रात तक जागकर किताब को पूरा करने में लगी रहती, जिसके लिए पापा से डांट भी पड़ती थी। मुझे बुरा लगता था, लेकिन वह मेरी भलाई के लिए ही ऐसा करते थे। मैंने सोचा कि एक बार किताब पूरी हो जाएगी, तो पापा को मुझ पर गर्व होगा। और ऐसा हुआ भी। वे बहुत खुश हुए।’
अजना को जानवर बेहद पसंद
लिखने के अलावा ड्राइंग, पेंटिंग एवं नृत्य की शौकीन अजना ने बताया कि उन्हें जानवर बेहद पसंद हैं, इसीलिए उनकी किताब में एक एलियन लड़की के संघर्ष, उसके कमजोर से आत्मविश्वासी बनने की कहानी के साथ ही जानवरों के साथ उसके प्यार और दोस्ती के रिश्ते को बयां किया गया है। अजना चाहती हैं कि बच्चे इसे जरूर पढ़ें

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।