Methamphetamine: 25,000 करोड़ रुपये का है केरल तट के पास से पकड़ा गया मादक पदार्थ : एनसीबी
मेथामफेटामाइन के नवीनतम मूल्यांकन के बाद इसका का वास्तविक मूल्य 25000 करोड़ रुपये के करीब था। जब्त मेथामफेटामाइन की उच्च शुद्धता के कारण मूल्य बढ़ गया। शुरुआत में इसकी कीमत 12000 करोड़ रुपये आंकी गई थी। एनसीबी ने कहा था कि यह देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती थी।
कोच्चि, पीटीआई। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने सोमवार को बताया कि केरल तट के पास भारतीय जलक्षेत्र में एक जहाज से पकड़ा गया मादक पदार्थ 25,000 करोड़ रुपये का है। एनसीबी ने नौसेना के साथ संयुक्त अभियान में शनिवार को 2,500 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ मेथामफेटामाइन जब्त किया था।
मामले में एक पाकिस्तानी हिरासत में है। मेथामफेटामाइन के नवीनतम मूल्यांकन के बाद इसका का वास्तविक मूल्य 25,000 करोड़ रुपये के करीब था। जब्त मेथामफेटामाइन की उच्च शुद्धता के कारण मूल्य बढ़ गया। शुरुआत में इसकी कीमत 12,000 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
In a successful operation at sea, #IndianNavy in coordination with Narcotics Control Bureau seized nearly 2500 kgs of contraband
The contraband is being handed over to Law Enforcement Agencies#MaritimeSecurity@DefenceMinIndia @narcoticsbureau @SpokespersonMoD @PIBHomeAffairs pic.twitter.com/nlhxXWQBmR— SpokespersonNavy (@indiannavy) May 13, 2023
आपरेशन समुद्रगुप्त
एनसीबी ने कहा था कि यह देश में मेथामफेटामाइन की सबसे बड़ी जब्ती थी। अधिकारियों ने कहा कि इसे इस तरीके से पैक किया गया था कि लंबे समय तक जहाज पर रहने पर भी नमी से कोई असर नहीं पड़ेगा। प्लास्टिक के बक्सों के ऊपर विभिन्न संकेत या प्रतीक हैं। संदेह है कि इसमें कई ड्रग निर्माण प्रयोगशालाएं शामिल थीं।
एनसीबी के उप महानिदेशक (आपरेशन) संजय कुमार सिंह ने शनिवार को कहा था कि इस अभियान को 'आपरेशन समुद्रगुप्त' के रूप में अंजाम दिया गया था। इसके तहत अफगानिस्तान से आने वाले मादक पदार्थों की समुद्री तस्करी पर लगाम कसा जाता है। मेथामफेटामाइन की खेप भारत, श्रीलंका और मालदीव भेजी जानी थी।
असम में चार करोड़ रुपये का ड्रग जब्त, दो गिरफ्तार
वहीं असम पुलिस ने कछार जिले में चार करोड़ रुपये का ड्रग जब्त किया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। कछार जिले के पुलिस अधीक्षक नुमाल माहात्ता ने सोमवार को कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर हमने रविवार को अभियान चलाया और 40 हजार याबा ड्रग बरामद किए।
याबा गोली नशे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों की पहचान 31 वर्षीय सहरुल इस्लाम मजूमदार और 45 वर्षीय समीर हुसैन लस्कर उर्फ बाबुल के रूप में हुई है। वे कछार जिले के निवासी हैं। पुलिस ड्रग नेटवर्क के बारे में और जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ कर रही है।