25 और शहरों के लिए नदी प्रबंधन योजना तैयार करेगा NMCG, शहरी नियोजन से नदियों के प्रबंधन में मिलेगी मदद
गंगा की सफाई में निरंतरता के लिए केंद्र सरकार 25 और शहरी स्थानीय निकायों के लिए नदी प्रबंधन योजना तैयार करने में मदद करेगी। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक राजीव मित्तल ने कहा कि इसके पहले कानपुर अयोध्या और संभाजी नगर में इस तरह की प्रबंधन योजना लागू की गई है। इससे टाउन प्लानिंग में नदियों की चिंता को भी शामिल करने में मदद मिली है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। गंगा की सफाई में निरंतरता के लिए केंद्र सरकार 25 और शहरी स्थानीय निकायों के लिए नदी प्रबंधन योजना तैयार करने में मदद करेगी। इसका उद्देश्य नदी तट पर बसे शहरों को प्लानिंग के लिहाज से इस ढंग से तैयार करना है कि वे नदियों के प्रबंधन के लिए भी प्रयत्नशील रहें।
इन राज्यों का हुआ चुनाव
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के महानिदेशक राजीव मित्तल के अनुसार, जिन 25 और शहरों को अर्बन रिवर मैनेजमेंट प्लान के लिए चुना गया है, उनमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और बंगाल के पांच-पांच शहर शामिल हैं। इनकी सहायता से गंगा और उसकी सहायक नदियों की साफ-सफाई के लिए स्थायी और टिकाऊ ढांचा बनाने में मदद मिलेगी।
इन जगहों पर होगा काम
उत्तर प्रदेश में बिजनौर, गोरखपुर, मिर्जापुर, मथुरा-वृंदावन और शाहजहांपुर में स्थानीय निकायों को शहरी नदी प्रबंधन योजना बनाने में मदद दी जाएगी। उत्तराखंड में गंगोत्री, रामनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी तथा बिहार में भागलपुर, मुंगेर, बक्सर, गया और छपरा में यही काम किया जाएगा।
झारखंड के स्थानीय निकायों में रांची, साहिबगंज, धनबाद और आदित्यपुर आदि शामिल हैं, जबकि बंगाल में हावड़ा, सिलीगुड़ी, आसनसोल, नवाद्वीप और दुर्गापुर में नदी प्रबंधन योजना तैयार की जाएगी।
मित्तल ने कहा कि इसके पहले कानपुर, अयोध्या और संभाजी नगर में इस तरह की प्रबंधन योजना लागू की गई है। इससे टाउन प्लानिंग में नदियों की चिंता को भी शामिल करने में मदद मिली है।
यह भी पढ़ेंः
गंगा नदी में स्नान करने से पहले करें ये काम, पुण्य में होगी वृद्धि
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।