मुंबई के स्टूडियो से पुलिस ने 17 बंधक बच्चों को छुड़ाया, आरोपी रोहित आर्या गिरफ्तार
मुंबई के अंधेरी इलाके में एक स्टूडियो में 17 बच्चों को बंधक बनाए जाने की खबर से सनसनी फैल गई। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। बंधक बनाने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, पुलिस जांच कर रही है।

मुंबई के स्टूडियो में बच्चों को बनाया बंधक। सोशल मीडिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, यहां एक स्टूडियों में 17 बच्चों को बंधक बनाए जाने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। यह घटना आरए स्टूडियो की है जहां पहली मंजिल पर एक्टिंग की क्साल चलती है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले चार-पांच दिनों से यहां ऑडिशन चल रहे थे, आज सुबह भी 100 बच्चे आए थे, लेकिन सुबह करीब 80 बच्चों को वापस भेज दिया गया और बारी बच्चों को कमरे में बंद कर दिया गया।
स्थानीय लोगोंं ने पुलिस के किया सूचित
बच्चे खिड़की से बाहर झांकने लगे, जिसके आप-पास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी और घटना स्थल पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने बच्चों को रिहा कराकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी ने कुछ बच्चों को बंधक बनाया- मुंबई पुलिस
मुंबई पुलिस ने कहा, "रोहित आर्या नाम के एक युवक ने मुंबई के पवई इलाके में कुछ बच्चों को बंधक बना लिया। उसने एक वीडियो जारी कर कथित तौर पर कहा है कि वह कुछ लोगों से बात करना चाहता है और अगर उसे ऐसा करने नहीं दिया गया, तो वह सब कुछ आग लगा देगा और खुद को और बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा। वह व्यक्ति मानसिक रूप से अस्थिर लग रहा है और पुलिस मामले को संभालने की कोशिश कर रही है।"
सभी बच्चों को घटनास्थल से सुरक्षित बचा लिया गया- मुंबई पुलिस
मुंबई पुलिस का कहना है, "सभी बच्चों को घटनास्थल से सुरक्षित बचा लिया गया है। रोहित आर्या नाम के व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस उससे बात कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या वह वास्तव में मानसिक रूप से अस्थिर है।"
आर्या ने अपनी गिरफ्तारी से पहले जारी एक वीडियो में कहा, "मैं रोहित आर्या हूं। आत्महत्या करने के बजाय, मैंने एक योजना बनाई है और कुछ बच्चों को यहां बंधक बनाकर रखा है। मेरी ज्यादा मांगें नहीं हैं; मेरी बहुत ही साधारण मांगें हैं, नैतिक मांगें हैं, और कुछ सवाल हैं। मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं, उनसे सवाल पूछना चाहता हूं, और अगर उनके जवाबों के जवाब में मेरे पास कोई सवाल है, तो मैं उनसे भी पूछना चाहता हूं। लेकिन मुझे ये जवाब चाहिए। मुझे और कुछ नहीं चाहिए। मैं आतंकवादी नहीं हूं, न ही मैं बहुत ज्यादा पैसे की मांग करता हूं, और मैं निश्चित रूप से कुछ भी अनैतिक नहीं चाहता।"

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