चार औरतें, अलग-अलग नाम और एक ही शिकार... ऑनलाइन दोस्ती के चक्कर में 9 करोड़ गंवा बैठा 80 साल का बुजुर्ग
मुंबई में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग ऑनलाइन दोस्ती के चक्कर में 9 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का शिकार हो गए। फेसबुक पर हुई दोस्ती के बाद शार्वी नामक महिला ने बच्चे की बीमारी का बहाना बनाकर उनसे पैसे ऐंठना शुरू कर दिया। फिर कविता दिनाज और जैस्मिन नाम की अन्य महिलाओं ने भी अलग-अलग तरीकों से बुजुर्ग को ठगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में ऑनलाइन दोस्ती एक बुजुर्ग को इतनी भारी पड़ी कि उन्होंने 21 महीने के भीतर अपनी करोड़ों की रकम गंवा दी। मामला साइबर ठगी है जिसनें 80 साल के बुजुर्ग से ऑनलाइन दोस्ती की आड़ में 9 करोड़ रुपए ठग लिए गए।
साइबर पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या पीड़ित से बात करने वाली सभी औरतें अलग-अलग थीं या फिर एक ने ही अलग-अलग नामों और नंबरों से बुजुर्ग के शिकार बनाया। 80 साल के शिकायतकर्ता अपने बेटे और बहू के साथ मुंबई में रहते हैं।
फेसबुक पर दोस्ती कर दिया ठगी को अंजाम
TOI के मुताबिक, अप्रैल 2023 में शिकायतकर्ता ने फेसबुक पर शार्वी नाम की एक महिला को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी। दोनों एक-दूसरे को नहीं जानते थे इसलिए रिक्वेस्ट कैंसिल कर दी। लेकिन कुछ दिनों बाद शार्वी ने शिकायतकर्ता को वापस फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
बच्चे की बीमारी के नाम पर बुजुर्ग से ठगी
दोनों में ऑनलाइन चैटिंग होने लगी और फिर WhatsApp नंबर में शेयर कर लिए। शार्वी ने बताया कि उसका अपने पति के साथ तलाक हो गया है और वह अपने बेटे के साथ रहती है। अपने बच्चे की बीमारी की कहानी बताकर वो धीरे-धीरे पैसे मांगने लगी और शिकायतकर्ता उसे पैसे देने लगा।
कुछ समय बीता था कि कविता नाम की एक महिला ने शार्वी का रेफरेंस देकर पीड़ित से WhatsApp पर संपर्क किया और उसने साथ दोस्ती करने की बात कही। इसके बाद कविता उन्हें यौन रूप से अश्लील संदेश भेजने लगी और पैसे की डिमांड करने लगी।
विदेशी नंबर से मैसेज भेज कर रची ठगी की साजिश
इसी दौरान, दिसंबर 2023 में उन्हें दिनाज नाम की महिला का विदेश नंबर से मैसेज रिसीव हुआ। उसने बताया कि वो शार्वी की बहन है और शार्वी अब इस दुनिया में नहीं रही। दिनाज ने कहा कि शार्वी मरने से पहले चाहती थी कि आप उसके अस्पताल का बिल चुकाएं।
इसके लिए उसने पीड़ित के अपने और शार्वी के बीच हुए WhatsApp चैट के स्कीनशॉट भेजे। कुछ समय बाद दिनाज भी शिकायतकर्ता पर प्यार जताने लगी और उससे शादी करने की इच्छा जाहिर की। दिनाज ने भी उनसे पैसे लिए।
कैसे हुए ठगी का पर्दाफाश?
जैस्मिन नाम की एक अन्य महिला ने शिकायतकर्ता के साथ संपर्क किया और खुद को दिनाज की दोस्त बताया। उसने पीड़ित से कहा कि दिनाज उनके पैसे लौटाना चाहती थी, जिसके बाद उन्होंने जैस्मिन को भी पैसे दिए। जब उनके पास पैसे खत्म हो गए तो उन्होंने अपने बेटे से 5 लाख रुपए मांगे। बेटे ने पूछा कि वो पैसों का क्या करेंगे तब बुजुर्ग ने पूरी कहानी बताई।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।