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    तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर 26/11 की चश्मदीद ने जताई खुशी, कहा- फांसी पर लटका दो, तो ज्यादा संतोष मिलेगा

    26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले की चश्मदीद देविका रोतावन ने अमेरिका से तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर खुशी जताई है। देविका उस वक्त महज 9 साल की थीं जब आतंकियों ने उनके पैर में गोली मार दी थी। देविका ने कहा कि जब हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर राणा को फांसी पर लटका दिया जाएगा तो उन्हें ज्यादा खुशी होगी।

    By Jagran News Edited By: Swaraj Srivastava Updated: Fri, 14 Feb 2025 04:20 PM (IST)
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    देविका ने ही अदालत में आतंकी कसाब की पहचान की थी (फोटो: एएनआई/फाइल)

    आईएएनएस, नई दिल्ली। 26/11 आंतकी हमले की चश्मदीद देविका रोतावन ने अमेरिका से तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर खुशी जताई है। देविका ने ही अदालत में आतंकी कसाब की पहचान की थी।

    देविका ने कहा कि हमले के प्रमुख साजिशकर्ताओं में से एक तहव्वुर भारत के कानून का सामना करेगा, इससे वह खुश हैं। लेकिन उन्हें तब ज्यादा संतुष्टि होगी, जब उसे इसके लिए सजा सुनाई जाएगी।

    देविका बोलीं- प्रत्यर्पण का इंतजार

    • देविका ने आगे कहा, 'मैं काफी वक्त से सुन रही हूं कि तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण किया जाएगा। परमिशन भी दे दी गई है। लेकिन वह वास्तव में भारत कब लाया जाएगा, ये मेरा सवाल है। मुझे सिर्फ तभी खुशी होगी, जब वह यहां आ जाएगा और न्याय किया जाएगा। '
    • उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा आतंकवाद के खिलाफ उठाए गए कदमों और सरकार द्वारा मजबूत कदम उठाने के लिए सराहना की। देविका ने कहा, 'पीएम मोदी देश के लिए जो कर रहे हैं, वह सराहनीय है। लेकिन मैं उनसे अपील करती हूं कि आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए और भी अधिक प्रयास करें। यही सच्ची जीत होगी।'

    कसाब की फांसी को बताया बड़ा कदम

    देविका को भरोसा है कि तहव्वुर के प्रत्यर्पण के बाद 26/11 हमले से जुड़ी और भी जानकारियां सामने आएंगी। उन्होंने कहा, 'उससे पूछताछ में यह पता चल सकता है कि अटैक कैसे प्लान किया गया, क्या हुआ और आतंकियों के दिमाग में आज क्या चल रहा है। ये हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण जानकारी होगी।'

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    कसाब को फांसी देना एक बड़ा कदम था, लेकिन अभी भी कई और आतंकवादी हैं, जिनसे निपटने की जरूरत है। जब उन्हें खत्म किया जाएगा, तभी हमें पता चलेगा कि प्रोग्रेस हो रही है। राणा का प्रत्यर्पण सिर्फ एक स्टेप है, हमें आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए और कदम उठाने चाहिए।

    - देविका रोतावन

    उन्होंने कसाब की फांसी को एक महत्वपूर्ण कदम बताया, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहनी चाहिए। देविका ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके, राणा को भारत लाना चाहिए और उसे आवश्यक जानकारी प्राप्त कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।

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