नकली करेंसी मामले में CBI को बड़ी कामयाबी, UAE से भारत लाया गया शातिर मोइदीनब्बा; नोटों की करता था तस्करी
नकली नोट मामले में वांछित मोईदेनब्बा उमर बेरी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत लाने में सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। वह एनआइए के मामले में वांछित है।

UAE से भारत लाया गया शातिर मोइदीनब्बा (फाइल फोटो)
एएनआई, नई दिल्ली। नकली नोट मामले में वांछित मोईदेनब्बा उमर बेरी को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत लाने में सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। मामले के मुख्य आरोपित को भारत लाने में इंटरपोल ने भी मदद की। वह एनआइए के मामले में वांछित है।
सीबीआई की अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग इकाई (आईपीसीयू) ने यूएई के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (एनसीबी) के साथ समन्वय करके शुक्रवार को बेरी का भारत में प्रत्यर्पण सुनिश्चित किया। उसे दुबई से फ्लाइट एआई-920 के माध्यम से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट लाया गया।
UAE में हुई थी गिरफ्तारी
इससे पहले आईपीसीयू ने इंटरपोल के माध्यम से अबू धाबी में एनसीबी के साथ मिलकर बेरी का यूएई में पता लगाया और फिर उसे पकड़ा गया। इसके बाद उसे भारत प्रत्यर्पित किया गया।
जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस
सीबीआई के अनुसार, एनआईए की कोच्चि शाखा की तरफ से बेरी के खिलाफ दर्ज मालमे के आधार पर इंटरपोल ने 30 दिसंबर, 2013 को उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी था। उस पर दुबई में नकली भारतीय नोट खरीदने और शारजाह के रास्ते भारत में तस्करी करने का आरोप है।
नकली नोटों की खेप बेंगलुरु भेजी जाती थी। बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल के साथ समन्वय करके 100 से ज्यादा वांछित अपराधी भारत लाए गए हैं।
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