अब मिजोरम की राजधानी तक दौड़ेगी ट्रेन... 26 साल पहले बनाया गया था प्लान, रेलवे ने असंभव को कर दिया संभव
1999 में पहली बार परिकल्पित बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन ने मिजोरम की राजधानी आइजोल को देश के रेलवे मानचित्र पर ला दिया है। 51.38 किलोमीटर लंबी इस रेलवे लाइन का उद्घाटन जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। घने जंगल और कम दृश्यता के कारण प्रारंभिक सर्वेक्षण में कठिनाई आई जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने पुनरीक्षण इंजीनियरिंग सह यातायात सर्वेक्षण को मंजूरी दी।

पीटीआई, आइजोल। 1999 में पहली बार परिकल्पित बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन ने लगातार भूस्खलन जैसी अभूतपूर्व चुनौतियों को पार करते हुए आखिरकार मिजोरम की राजधानी आइजोल को देश के रेलवे मानचित्र पर ला दिया है।
लगभग 51.38 किलोमीटर लंबी इस रेलवे लाइन का उद्घाटन जल्द ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। दस्तावेजों के अनुसार, 1999 में जब इंजीनियरों को पता चला कि घने जंगल, कम दृश्यता और अन्य स्थानीय समस्याओं के कारण प्रारंभिक सर्वेक्षण संभव नहीं है तो किसी भी तरह एक सर्वेक्षण करने पर सहमति बनी।
एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक इंजीनियरिंग सह यातायात सर्वेक्षण (पीईटी) के तहत मार्ग की विस्तृत जांच की जाती है। चूंकि पीईटी सर्वेक्षण व्यवहार्य नहीं पाया गया, इसलिए बोर्ड से इसे पुनरीक्षण इंजीनियरिंग सह यातायात (आरईटी) सर्वेक्षण में बदलने का अनुरोध किया गया, जिस पर रेलवे बोर्ड ने 15 जुलाई, 2003 को सहमति व्यक्त की।
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