केरल में नाबालिग खिलाड़ी से पांच बार हुआ था सामूहिक दुष्कर्म, अब तक 44 आरोपी गिरफ्तार; पुलिस ने क्या कहा?
केरल में दलित खिलाड़ी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में अभी तक 44 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य 13 लोगों की तलाश की जा रही है। जांच में लगे अ ...और पढ़ें

पीटीआई, पथानामथिट्टा। केरल में दलित खिलाड़ी को चार वर्षों में कई बार दरिंदगी का शिकार बनाने के मामले की जांच में पता चला है कि पीड़िता के साथ कम से कम पांच बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इनमें एक बार कार में और एक बार पथनमथिट्टा के जनरल अस्पताल में वारदात को अंजाम दिया गया।
केरल पुलिस की एसआईटी ने अब तक 44 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। केरल की दलित खिलाड़ी ने कोच, सीनियर खिलाडि़यों समेत 62 लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। अधिकारियों ने कहा कि उसे 13 साल की उम्र से दरिंदगी का दर्द झेलना पड़ा। वह दो महीने पहले 18 वर्ष की हुई है।
दो आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
जांच की निगरानी कर रही डीआईजी एस अजीता बेगम ने बताया कि लड़की के कथित यौन उत्पीड़न के संबंध में 30 एफआईआर दर्ज की गई हैं और इन मामलों में शामिल 59 आरोपियों में से 44 को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा कि दो आरोपी फरार हैं। वे फिलहाल विदेश में हैं। हम उनके लिए लुकआउट सर्कुलर जारी करने पर विचार कर रहे हैं। हम इंटरपोल के जरिए उनके लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की भी योजना बना रहे हैं।
इस मामले में जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि जिले में एक दलित लड़की के कथित यौन शोषण के सनसनीखेज मामले की जांच कर रहे केरल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस मामले में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी 13 और लोगों को गिरफ्तार किया जाना है।
किसी समझौते की गुंजाइश नहीं
अधिकारी ने बताया कि हम उनके ठिकानों की तलाश कर रहे हैं। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसआईटी द्वारा एक पूर्णतया वैज्ञानिक जांच की जाएगी। हम किसी भी आरोपी को नहीं छोड़ेंगे। कोई समझौता नहीं होगा। हम उन सभी को कानून के सामने लाएंगे।
इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि उसके साथ कम से कम पांच मौकों पर सामूहिक बलात्कार किया गया, जिसमें एक कार के अंदर और जनवरी 2024 में पथानामथिट्टा जनरल अस्पताल में हुई घटनाएं शामिल हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि 13 साल की उम्र से 62 लोगों ने उसका यौन शोषण किया है।
कैसे सामने आया मामला
ये मामला बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान सामने आया। जब एक शैक्षणिक संस्थान में पीड़िता के शिक्षकों ने समिति को उसके व्यवहार में उल्लेखनीय बदलावों के बारे में बताया। इसके बाद समिति ने पुलिस को इस बारे में जानकारी दी। इस मामले में जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि घटना की व्यापक जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जिला पुलिस प्रमुख वी जी विनोद कुमार की देखरेख में पठानमथिट्टा के डिप्टी एसपी पी एस नंदकुमार टीम का नेतृत्व कर रहे थे। इस एसआईटी टीम में विभिन्न रैंक और स्टेशनों से महिलाओं सहित 30 से ज्यादा पुलिस अधिकारी शामिल हैं।

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