कभी राहुल गांधी की टीम के होते थे अहम चेहरे, धीरे-धीरे कांग्रेस को कहा अलविदा; पढ़ें क्यों 7 युवा नेताओं ने छोड़ा 'हाथ'
राहुल गांधी के बेहद करीबी होने के बावजूद उनकी टीम बिखरती चली गई और राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा उठने के कारण एक-एक कर कई युवा नेताओं ने कांग्रेस से एग्जिट कर लिया। इसमें सबसे नया नाम महाराष्ट्र कांग्रेस के अहम चेहरे और युवा नेता मिलिंद देवड़ा का है।उन्होंने रविवार को कांग्रेस को अलविदा कहा और पार्टी से परिवार का 55 साल पुराना नाता भी खत्म करने का एलान किया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Rahul Gandhi's Vanishing Team: युवाओं की पार्टी कही जाने वाली कांग्रेस अब बिखरती हुई नजर आ रही है। यह बात किसी से नहीं छिपी है कि एक समय में राहुल गांधी की टीम में युवा नेताओं की भीड़ रहती थी। 2014 में सरकार पलटी और कांग्रेस पार्टी की उल्टी गिनती शुरू हो गई।
राहुल गांधी के बेहद करीबी होने के बावजूद धीरे-धीरे उनकी टीम बिखरती चली गई और राजनीति में परिवारवाद का मुद्दा उठने के कारण एक-एक कर कई युवा नेताओं ने कांग्रेस से एग्जिट कर लिया। इसमें सबसे नया नाम महाराष्ट्र कांग्रेस के अहम चेहरे और युवा नेता मिलिंद देवड़ा का है। उन्होंने रविवार यानी (14 जनवरी, 2024) को कांग्रेस को अलविदा कहा और पार्टी से परिवार का 55 साल पुराना नाता भी खत्म करने का एलान किया।
आइये जान लेते हैं राहुल गांधी की उस युवा टीम के बारें में जिन्होंने एक-एक कर कांग्रेस को कहा अलविदा...
- मिलिंद देवड़ा - जनवरी, 2024
- हार्दिक पटेल - मई , 2022
- आरपीएन सिंह - जनवरी, 2022
- ज्योतिरादित्य सिंधिया- 2020
- जितिन प्रसाद- 2021
- अल्पेश ठाकोर - जुलाई, 2019
- अनिल एंटनी- जनवरी, 2022
5 साल पहले जब अल्पेश ठाकोर ने दिया था कांग्रेस को झटका
कांग्रेस के पूर्व विधायक अल्पेश ठाकोर ने जुलाई 2019 में पार्टी छोड़ने के फैसले से सबको हैरान कर दिया था। हालांकि, कुछ दिनों बाद वह भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें राधापुर से उपचुनाव के लिए मैदान में उतारा गया, लेकिन वह सीट हार गए।
पिछले साल हुए चुनाव में उन्होंने गांधीनगर दक्षिण से जीत हासिल की थी। ठाकोर 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे और राधनपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। अपने त्यागपत्र में 43 वर्षीय ठाकोर ने कांग्रेस पर उनके समुदाय को धोखा देने का आरोप लगाया था।
जब ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से गिरी कमलनाथ की सरकार
ज्योतिरादित्य सिंधिया जो मौजूदा केंद्रीय मंत्री हैं, ने कांग्रेस से अलविदा कहा और 2020 में भाजपा में शामिल हो गए। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने से बड़े पैमाने पर दलबदल हुआ, जिससे कमलनाथ सरकार गिर गई और मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान को सत्ता में आने में मदद मिली।
18 साल पहले पिता माधवराव सिंधिया के निधन के बाद ज्योतिरादित्य कांग्रेस में शामिल हुए थे। माना जाता है कि 2018 में मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने सिंधिया की जगह कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया था जिससे वह नाराज हो गए थे। साथ ही पार्टी में युवा चेहरों की अनदेखी से भी वह काफी खफा थे।
राहुल गांधी के थे बेहद करीबी फिर दिया झटका
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, जो कभी राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाते थे, उत्तर प्रदेश चुनाव से एक साल पहले 2021 में भाजपा में शामिल हो गए। वह यूपी में कांग्रेस के शीर्ष ब्राह्मण चेहरा थे। उन्होंने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा था, 'भाजपा एकमात्र वास्तविक राजनीतिक पार्टी है। यह एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है। बाकी क्षेत्रीय हैं।'
जब बेटे के फैसले से एके एंटनी हुए थे दुखी
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने पिछले साल जनवरी में पार्टी छोड़ दी और भाजपा में शामिल हो गए। बता दें कि पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने अपने बेटे के फैसले पर दुख और निराशा व्यक्त की थी। भाजपा में शामिल होने के साथ ही अनिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काफी प्रशंसा की थी।
प्रियंका गांधी से थे नाराज
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह जनवरी 2022 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने ये कदम उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले उठाया था। बता दें कि पिछड़ी जाति के प्रमुख नेता सिंह कथित तौर पर प्रियंका गांधी के नेतृत्व वाली यूपी अभियान में दरकिनार किए जाने से नाराज थे।
मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने में अधिक रुचि रखते हैं कांग्रेस के शीर्ष नेता
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने मई 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उन्होंने अपने त्याग पत्र में नाराजगी जताई थी। हार्दिक ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा 'जब भी हम मिले, शीर्ष नेता लोगों और पार्टी से संबंधित मामलों को सुनने की बजाय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने में अधिक रुचि रखते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं का भरोसा तोड़ा है। यही कारण है कि युवा कांग्रेस से जुड़ने को तैयार नहीं हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देने के एक महीने बाद ही हार्दिक जून, 2022 में भाजपा में शामिल हो गए थे।
55 साल का टूटा नाता
कांग्रेस के दिग्गज नेता मुरली देवड़ा के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने रविवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उनके आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने हाल ही में विपक्षी गठबंधन के एक हिस्से उद्धव ठाकरे गुट द्वारा मुंबई दक्षिण सीट से चुनाव लड़ने का दावा करने पर नाराजगी व्यक्त की थी।
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