Move to Jagran APP

कोटा भेजने से पहले बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना जरूरी, विशेषज्ञ बोले- काउंसलिंग का लें सहारा

कोटा भेजने से पहले अभिभावकों को बच्चों के साथ खुलकर बातचीत करनी चाहिए। अभिभावकों को बच्चों के पसंद-नापसंद को समझना चाहिए और जरूरत पड़े तो काउंसलर का सहारा लेना चाहिए। क्योंकि कई दफा देखा गया है कि बच्चे अकादमिक दबाव को झेल नहीं पाते हैं।

By Edited By: Praveen Prasad SinghPublished: Thu, 29 Dec 2022 07:37 PM (IST)Updated: Thu, 29 Dec 2022 07:37 PM (IST)
कोटा भेजने से पहले बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना जरूरी, विशेषज्ञ बोले- काउंसलिंग का लें सहारा
कोटा भेजने से पहले बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना जरूरी

कोटा, पीटीआई। Mental Health: देश के सबसे बड़े कोचिंग हब कोटा में एक महीने के भीतर चार छात्रों ने आत्महत्या कर ली। ऐसे में विशेषज्ञों ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी के लिए बच्चों को कोटा भेजने से पहले उनकी काउंसलिंग कराएं।

loksabha election banner

विशेषज्ञों और मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि कोटा भेजने से पहले छात्रों की पेशेवर योग्यता को जांचना चाहिए। मानसिक रूप से उन्हें मजबूत करना चाहिए और उनके भीतर रोजमर्रा के कामों के अनुसार ढलने की क्षमता विकसित करनी चाहिए।

बच्चों की करानी चाहिए काउंसलिंग

न्यू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मनोरोग विभाग के प्रमुख डॉ. चंद्रशेखर सुशील ने कहा कि बच्चों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाने के लिए दबाव डालने के बजाय माता-पिता उनकी काउंसलिंग कराएं और फिर यह तय करें कि उनके लिए क्या बेहतर है।

Rajasthan: इंटरनेट मीडिया पर निगरानी के लिए पुलिस सेल गठित करेगी, भटके युवाओं को सही दिशा में लाना है लक्ष्य

ज्यादातर अभिभावक बिना किसी तैयारी के बच्चों को कोचिंग के लिए भेज देते हैं और उनका ध्यान सिर्फ वित्तीय और साजो सामान की व्यवस्था करने पर होता है। कोटा में कोचिंग कर रहे चार छात्रों की आत्महत्याओं ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर नई बहस छेड़ दी है, जो परिवारिक अपेक्षाओं और पाठ्यक्रम का बोझ नहीं झेल पाते हैं।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल काउंसलर और छात्र व्यवहार विशेषज्ञ हरीश शर्मा ने बताया कि जब छात्र कक्षा 5 या फिर 6 में होता है तो अभिभावक यह तय कर लेते हैं कि दो-चार साल में बच्चे को कोटा भेज देंगे। ऐसे में अभिभावक बेटे को कोटा भेजने की योजना पर काम करने लगते हैं और पैसे बचाना शुरू कर देते हैं।

हरीश शर्मा ने बताया कि अभिभावक पेशेवर तौर पर यह नहीं सोचते हैं कि क्या उनका बेटा वास्तव में ऐसा करना चाहता है, या फिर क्या वो ऐसा करने में सक्षम है या नहीं। उन्होंने कहा कि काउंसलरों की मदद लेने में अभिभावकों को शर्म नहीं होनी चाहिए। करीब एक दशक पहले काउंसलर की मदद आसानी से नहीं मिल पाती थी लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं है।

ज्यादा नंबरों की चाहत रखते हैं अभिभावक

उन्होंने कहा कि ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों की मानसिक क्षमता को समझे बिना ज्यादा नंबर लाने पर ध्यान देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कक्षा 10 या 12 में 90 फीसदी से ज्यादा नंबर यह तय करने का मानदंड नहीं हो सकता है कि कोई बच्चा इंजीनियरिंग या फिर मेडिकल के लिए बना है। हम अक्सर यहां पर ऐसे छात्र देखते हैं जो या तो माता-पिता के दबाव में आते हैं या फिर उन्हें अपनी पसंद के बारे में पता नहीं होता है। ऐसे में काउंसलिंग मददगार साबित होती है।

Jaipur News: जयपुर चौपाटियों पर हर्षोल्लास के साथ होगा नववर्ष का स्वागत, अनूठे ढंग से मनाया जाएगा नया साल

2 लाख छात्रों ने लिया एडमिशन

इस साल कोटा में रिकॉर्ड 2 लाख छात्रों ने एडमिशन लिया है। यहां के कोचिंग सेंटर्स में पढ़ने वाले कम से कम 14 छात्रों ने इस साल अकादमिक तनाव के कारण आत्महत्या की है।

कोटा के एक अन्य कोचिंग इंस्टीट्यूट रेजोनेंस के प्रबंध निदेशक और शैक्षणिक प्रमुख आरके वर्मा का मानना है कि अभिभावक और बच्चों के बीच कम्युनिकेशन का एक चैनल पहले से ही विकसित करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि माता-पिता को ऐसी उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि उनका बच्चा यहां आने पर अचानक से उनके साथ कम्युनिकेशन शुरू कर देगा। ऐसे में अभिभावकों को बच्चों के साथ एक बेहतर बॉन्ड बनाने की जरूरत है। ऐसा भी देखा गया है कि जब बच्चे यहां पर आते हैं तब तक वो पूरी तरह से माता-पिता पर ही निर्भर रहते हैं।

महंत ने मानवता को किया शर्मसार: नाबालिग के साथ दो सालों तक करता रहा दुष्कर्म, पुलिस ने किया गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.