बाल ठाकरे की पत्नी मीनाताई की मूर्ति पर अज्ञात ने फेंका रंग, ठाकरे भाइयों की पुलिस से बड़ी मांग; जांच शुरू
मुंबई के शिवाजी पार्क में दिवंगत मीनाताई ठाकरे की प्रतिमा पर अज्ञात लोगों ने लाल रंग फेंका जिससे शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अपराधियों की पहचान के लिए टीमें गठित की गई हैं। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने घटना की निंदा की और कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की पत्नी दिवंगत मीनाताई ठाकरे की शिवाजी पार्क में लगी प्रतिमा पर कुछ अज्ञात लोगों ने लाल रंग फेंककर गंदा कर दिया। इससे शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं में आक्रोश देखा जा रहा है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
घटना का पता तब चला जब सुबह करीब साढ़े छह बजे एक राहगीर ने प्रतिमा और चबूतरे पर लाल रंग बिखरा देखा। खबर फैलते ही उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ता मौके पर पहुँचे और परिसर की सफाई की।
गठित की गई आठ टीमें
एक अधिकारी ने बताया कि बाद में पुलिस को सूचित किया गया। अधिकारी ने बताया कि अपराधियों की पहचान के लिए आठ टीमें गठित की गई हैं। पुलिस शिवाजी पार्क क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है।
शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 298 (किसी भी वर्ग के लोगों के धर्म का अपमान करने के इरादे से पूजा स्थल को नुकसान पहुंचाना या अपवित्र करना) के तहत अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिवसेना संस्थापक की पत्नी को शिवसैनिक सम्मान एवं प्यार से 'माँ साहेब' कहकर संबोधित करते थे। वह एक मृदुभाषी महिला के रूप में जानी जाती थीं, जो जीवन के हर अच्छे-बुरे समय में अपने पति के साथ खड़ी रहीं।
इस घटना के बाद भी शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के कार्यकर्ता एकजुट नजर आए। दोनों दलों के एकजुट करने का प्रयास पिछले कुछ दिनों से चल रहा है। अपने कार्यकर्ताओं में आक्रोश के बीच उद्धव और राज ठाकरे ने अलग-अलग घटनास्थल का दौरा किया।
उद्ध ने की निंदा
इस घटना की निंदा करते हुए उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र में अशांति पैदा करना इसका मकसद प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि ऐसा वही व्यक्ति कर सकता है, जो अपने माता-पिता का नाम लेने में शर्म महसूस करता हो। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से संयम बरतने की अपील की।
उनके चचेरे भाई राज ठाकरे ने पुलिस से 24 घंटे के भीतर अपराधी का पता लगाने को कहा है। गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के नेता कदम ने कहा कि मूर्ति का अपमान शिवसैनिकों के लिए एक भावनात्मक मुद्दा है। कदम ने दावा किया कि उनके पिता और शिवसेना नेता रामदास कदम ने बाल ठाकरे के निर्देश पर यह मूर्ति बनवाई और स्थापित की थी।
शिवसेना (यूबीटी) नेता और मुंबई दक्षिण मध्य के सांसद अनिल देसाई ने आरोप लगाया कि यह घटना राज्य सरकार की विफलता को दर्शाती है। स्थानीय शिवसेना (यूबीटी) विधायक महेश सावंत ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि मूर्ति पर सुबह 6.15 बजे के बाद रंग फेंका गया है।
'राजनीति से प्रेरित थी घटना'
उन्होंने कहा कि पेंट फेंकने वाला व्यक्ति मानसिक रूप से विक्षिप्त नहीं लग रहा है। सावंत ने संकेत दिया कि यह घटना राजनीति से प्रेरित थी। यह घटना 14 सितंबर को एशिया कप में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के विरोध में शिवसेना (यूबीटी) द्वारा आयोजित 'सिंदूर' प्रदर्शन के बाद हुई।
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