Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'भारतीयों को चुन-चुनकर नहीं बनाएंगे निशाना', विदेश मंत्रालय ने चीन को सुनाई खरी-खरी; अरुणाचल को लेकर कही बड़ी बात 

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 08:15 PM (IST)

    भारत ने चीन से कहा है कि वह यह भरोसा दिलाए कि चीनी एयरपोर्ट से गुजरने वाले भारतीय नागरिकों को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने यह ब ...और पढ़ें

    Hero Image

    विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल। (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने सोमवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि चीन के अधिकारी यह भरोसा दिलाएंगे कि चीनी एयरपोर्ट से गुजरने वाले भारतीय नागरिकों को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया जाएगा, मनमाने ढंग से हिरासत में नहीं लिया जाएगा या परेशान नहीं किया जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह कड़ा बयान तब आया जब पिछले महीने शंघाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अरुणाचल प्रदेश के एक भारतीय नागरिक को चीनी अधिकारियों ने मनमाने ढंग से हिरासत में ले लिया था। नई दिल्ली ने इस घटना को अंतरराष्ट्रीय नियमों और द्विपक्षीय समझ का साफ उल्लंघन बताया था।

    विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

    विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोमवार को नई दिल्ली में एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा, "हमें उम्मीद है कि चीनी अधिकारी यह भरोसा दिलाएंगे कि चीनी एयरपोर्ट से गुजरने वाले भारतीय नागरिकों को जानबूझकर निशाना नहीं बनाया जाएगा, मनमाने ढंग से हिरासत में नहीं लिया जाएगा या परेशान नहीं किया जाएगा और अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा से जुड़े नियमों का चीनी पक्ष सम्मान करेगा।"

    उन्होंने आगे कहा, "विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों को सलाह देगा कि चीन की यात्रा करते समय या उस देश से गुजरते समय वे सावधानी बरतें।"

    क्या है मामला?

    अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली भारतीय नागरिक प्रेमा वांगजोम थोंगडोक ने आरोप लगाया था कि 21 नवंबर को लंदन से जापान जाते समय, जब उनका सिर्फ तीन घंटे का छोटा सा लेओवर था, तब चीनी इमिग्रेशन अधिकारियों ने उन्हें 18 घंटे तक हिरासत में रखा।

    उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उनका भारतीय पासपोर्ट मानने से इनकार कर दिया और दावा किया कि उनका जन्मस्थान, अरुणाचल प्रदेश, "चीन का हिस्सा है"। इस चौंकाने वाली घटना के बाद, भारत ने इस मामले को चीनी पक्ष के सामने जोरदार तरीके से उठाया था।

    विदेश मंत्रालय ने 25 नवंबर को कहा, "चीनी अधिकारी अभी भी अपने कामों के बारे में नहीं बता पाए हैं, जो इंटरनेशनल हवाई यात्रा को कंट्रोल करने वाले कई कन्वेंशन का उल्लंघन है। चीनी अधिकारियों के ये काम उनके अपने नियमों का भी उल्लंघन करते हैं, जो सभी देशों के नागरिकों को 24 घंटे तक वीजा-फ्री ट्रांज़िट की इजाजत देते हैं।"

    नई दिल्ली ने लगातार यह भी दोहराया है कि अरुणाचल प्रदेश देश का एक अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "यह एक ऐसा सच है जिस पर कोई विवाद नहीं है। चीन के कितना भी इनकार करने या गलतबयानी करने से यह सच्चाई नहीं बदल सकती।"

    यह भी पढ़ें: 'अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग', चीन में भारतीय महिला को परेशान करने पर केंद्र का बड़ा बयान