Manipur Violence: मिजोरम से मैतेई समुदाय क्यों कर रहा पलायन, आइजोल तक कैसे पहुंची मणिपुर हिंसा की आग?
Manipur Violence Update मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घु्माने के वीडियो वायरल होने के बाद मिजोरम के पूर्व उग्रवादियों के समूह ने एक चेतावनी जारी की है। पूर्व उग्रवादियों ने कहा कि मणिपुर में हुई बर्बरता के बाद मणिपुर के मैतेई समदुाय के लोगों के लिए यहां रहना अब सुरक्षित नहीं है। चेतावनी के बाद मिजोरम में रहने वाले मैतेई समदुाय ने पलायन शुरू कर दिया है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Manipur Violence News: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर करीब पिछले तीन महीने से अशांत है। मणिपुर में मई से ही हिंसा का दौर जारी है। इसी बीच मणिपुर हिंसा की आग अब पड़ोसी राज्य मिजोरम तक पहुंच गई है। मिजोरम से मैतेई समुदाय को निकलने के लिए धमकी दी गई है। धमकी मिलने के बाद मिजोरम में रहने वाले मैतेई समुदाय अब राज्य छोड़ रहे हैं। इसे लेकर सरकार का भी बयान सामने आया है।
मिजोरम से क्यों भाग रहे मैतेई समुदाय के लोग?
मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के वीडियो वायरल होने के बाद मिजोरम के पूर्व उग्रवादियों के समूह ने एक चेतावनी जारी की है। पूर्व उग्रवादियों ने कहा कि मणिपुर में हुई बर्बरता के बाद मणिपुर के मैतेई समदुाय के लोगों के लिए यहां रहना अब सुरक्षित नहीं है। पूर्व उग्रवादियों की इस चेतावनी के बाद मिजोरम में रहने वाले मैतेई समदुाय ने पलायन शुरू कर दिया है।
मिजोरम से मैतेई समुदाय का शुरू हुआ पलायन
मिजोरम के पूर्व उग्रावादियों के समूह द्वारा धमकी दिए जाने के बाद मैतेई समुदाय ने मिजोरम छोड़ना शुरू कर दिया है। मैतेई समुदाय के कई लोग अपने गृह राज्य असम या मणिपुर भाग रहे हैं। उन्हें डर है कि उनके साथ मिजोरम में कुछ बुरा न हो जाए, क्योंकि पूर्व उग्रवादियों के समूह ने साफ और स्पष्ट शब्दों में चेतावनी जारी की है।
कितने लोगों ने छोड़ा मिजोरम?
जानकारी के मुताबिक, मैतेई समुदाय के 41 लोगों ने डर की वजह से मिजोरम छोड़ा है। ये सभी लोग असम पहुंचे हैं। फिलहाल असम में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही मिजोरम में एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ देखी जा रही है। रविवार को 78 लोगों ने मिजोरम से मणिपुर के लिए उड़ान भरी और शनिवार को 65 लोगों ने मिजोरम छोड़ा था। हालांकि, इसमें कितने नियमित यात्री थे और कितने डर के कारण मिजोरम छोड़े हैं, ये स्पष्ट नहीं है।
मिजोरम में मैतेई समुदाय को सुरक्षा का भरोसा
मैतेई समुदाय के मिजोरम छोड़ने की खबर के बीच मिजोरम की सरकार ने उन्हें सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया है। राज्य सरकार ने पूरे राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की है, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी न हो। हालांकि, इसके बावजूद मैतेई समुदाय को मिजोरम में डर सता रहा है।
मणिपुर सरकार ने एयरलिफ्ट की पेशकश की
इधर, मिजोरम में मैतेई समुदाय के लोगों को लेकर चेतावनी जारी होने के बाद मणिपुर की सरकार ने उन्हें वहां से निकालने की बात कही है। मणिपुर की सरकार ने उन्हें निकालने के लिए एयरलिफ्ट की पेशकश की है। इस पर जल्द ही विचार किया जा सकता है और मिजोरम से मैतेई समुदाय को निकाला जा सकता है।
क्या है मणिपुर हिंसा का कारण?
मणिपुर हिंसा की शुरुआत तीन मई को हुई थी। मैतेई समुदाय की संख्या घाटी इलाके में अधिक है, जबकि कुकी समुदाय की संख्या पहाड़ी इलाकों में अधिक है। मणिपुर में मैतेई समुदाय ने मांग की कि उसे कुकी समुदाय की तरह राज्य में शेड्यूल ट्राइब (एसटी) का दर्जा मिलें, लेकिन कुकी समुदाय ने मैतेई समुदाय की मांग का विरोध करने शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों समुदाय के बीच हिंसा शुरू हो गई और बढ़ती चली गई।
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