Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    पुणे में मच्छरों के झुंड से दहशत, घरों में कैद हुए लोग; बच्चों के खेलने पर भी लगी पाबंदियां

    By Agency Edited By: Mohd Faisal
    Updated: Mon, 12 Feb 2024 05:00 AM (IST)

    महाराष्ट्र के पुणे के लोगों में आजकल मच्छरों के झुंडों का खौफ है। ये झुंड पुणे की मुथा नदी और इसके इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। लोगों में इनकी दहशत का आलम यह है कि आलीशान ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग अपने घरों तक ही सीमित होकर रह गए हैं। वे अपनी बालकनी के दरवाजे-खिड़की तक नहीं खोल पा रहे हैं।

    Hero Image
    Maharashtra News: पुणे में मच्छरों के झुंड से दहशत, घरों में कैद हुए लोग (फाइल फोटो)

    जेएनएन, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पुणे के लोगों में आजकल मच्छरों के झुंडों का खौफ है। ये झुंड पुणे की मुथा नदी और इसके इर्द-गिर्द घूम रहे हैं। लोगों में इनकी दहशत का आलम यह है कि आलीशान ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग अपने घरों तक ही सीमित होकर रह गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लोगों ने घरों के दरवाजे-खिड़की किए बंद

    वे अपनी बालकनी के दरवाजे-खिड़की तक नहीं खोल पा रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने बगीचे और पार्कों में बच्चों को भेजना और खुद का जाना भी वर्जित कर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो खूब वायरल हो रहे हैं, जिसमें शहर के मुंडवा, केशवनगर और खराड़ी इलाकों में आसमान में मच्छरों के विशाल झुंड उड़ते दिखाई दे रहे हैं।

    लोगों ने जताई चिंताएं

    लोगों का कहना है कि मच्छरों के प्रकोप के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में कदम उठाने और प्रभावित क्षेत्र को साफ करने का आग्रह किया। कई लोगों ने कहा कि मच्छरों का प्रजनन स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। कई तरह के रोग मसलन: मलेरिया, डेंगू और यहां तक कि चिकनगुनिया आदि फैल सकते हैं। इसलिए इन पर अंकुश जरूर है।

    मुला-मुथा नदी में जलस्तर बढ़ा

    वैसे आजकल खरादी में मुला-मुथा नदी में जलस्तर बढ़ा हुआ है। हालांकि, पुणे नगर निगम ने दो दिन पहले ही अतिरिक्त पानी निकालने का काम शुरू कर दिया है, लेकिन स्थिति अभी भी नियंत्रण में नहीं है। नदी के किनारे स्थिति खासकर गंभीर है। मच्छरों के झुंड लगातार वहां मंडरा रहे हैं। ऊंची-ऊंची इमारत, आईटी पार्क परिसर, स्कूल, खेल स्टेडियम, वृद्धाश्रम, श्मशान और स्थानीय गांवों सहित विभिन्न प्रतिष्ठान इन मच्छरों से प्रभावित हो रहे हैं।

    मध्य अमेरिका और रूस में देखे जाते हैं मच्छरों के झुंड

    इस नदी एक छोटे बांध के साथ-साथ एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी है। इस वजह से यहां पानी का प्रवाह धीमा हो गया है। यहां ज्यादा जमा पानी मच्छरों को प्रजनन के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान कर रहा है, जोकि बड़ा खतरा है। बता दें कि आमतौर पर मच्छरों के ऐसे झुंड बारिश के मौसम में मध्य अमेरिका और रूस में देखे जाते हैं।

    यह भी पढ़ें- असम मंत्रिमंडल ने जादू-टोना से इलाज पर प्रतिबंध विधेयक को दी मंजूरी, उपचार करने वालों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई

    यह भी पढ़ें- Kerala: नाथूराम गोडसे की तारीफ करने के मामले में NIT प्रोफेसर को पुलिस ने किया तलब, 6 संगठनों ने दर्ज कराई थी शिकायत