Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Mahakumbh Mela 2025: प्रयागराज जाने वालों के लिए खुशखबरी, बढ़ाई जाएंगी स्पेशल ट्रेनों की संख्या

    Updated: Mon, 13 Jan 2025 09:34 PM (IST)

    पूरे महाकुंभ के दौरान लगभग 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आ सकते हैं जिनमें ट्रेनों के माध्यम से लगभग तीन करोड़ यात्रियों का आना हो सकता है। ऐसे में पूरा फोकस श्रद्धालुओं की यात्रा को सहज बनाने पर है। हालांकि तीर्थयात्रियों की अनुमानित भीड़ को देखते हुए यह कहना संभव नहीं है कि रेलवे की तैयारियों को पर्याप्त है।

    Hero Image
    महाकुंभ मेला के मद्देनजर भारतीय रेलवे ने किए खास इंतजाम।(फोटो सोर्स: जागरण)

    अरविंद शर्मा, नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने प्रयागराज में संगम तट पर 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ की व्यापक तैयारियां की हैं। देश के कोने-कोने से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए 3134 विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। ट्रेनों की यह संख्या पिछले महाकुंभ की तुलना में चार गुना से ज्यादा है। ये ट्रेनें प्रयागराज के आसपास से नियमित गुजरने वाली करीब दस हजार ट्रेनों के अतिरिक्त हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पूरे महाकुंभ के दौरान लगभग 40 से 45 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज आ सकते हैं, जिनमें ट्रेनों के माध्यम से लगभग तीन करोड़ यात्रियों का आना हो सकता है। ऐसे में पूरा फोकस श्रद्धालुओं की यात्रा को सहज बनाने पर है। हालांकि तीर्थयात्रियों की अनुमानित भीड़ को देखते हुए यह कहना संभव नहीं है कि रेलवे की तैयारियों को पर्याप्त है। यही कारण है कि कुंभ की समाप्ति के बाद भी यात्रियों की संपूर्ण वापसी तक विशेष ट्रेनें चलाते रहने की तैयारी है।

    बढ़ाई जा सकती है विशेष ट्रेनों की संख्या

    रेलवे प्रबंधन ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। रेलवे का अनुमान है कि प्रतिदिन दस लाख से ज्यादा यात्रियों को रेल टिकट की दरकार हो सकती है। ऐसे में 132 काउंटरों पर 544 टिकटिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। प्रयागराज क्षेत्र के सभी नौ स्टेशनों पर रेलवे की ओर से व्यापक प्रबंध किया जा रहा है।

    22 भाषाओं में तीर्थ क्षेत्र की जानकारी देने वाली बुकलेट छपी है। 12 भारतीय भाषाओं में दिन-रात ट्रेनों की उद्घोषणा होती रहेगी। रेलवे ने महाकुंभ की तैयारी अपने पिछले अनुभवों के आधार पर की है। पिछली बार ट्रेनों के माध्यम से सिर्फ 40 लाख श्रद्धालु आए थे, जिनके लिए 756 विशेष ट्रेनें चलाई गई थीं, किंतु इस बार की तैयारियों को देखते हुए रेलवे का मानना है कि संख्या ढाई से तीन करोड़ तक जा सकती है।

    वार रूम की स्थापना की गई

    इसलिए ट्रेनों की संख्या भी उसी अनुपात में बढ़ाई गई है। रेलवे के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रसार) दिलीप कुमार ने कहा कि प्रयागराज क्षेत्र की निगरानी के लिए रेल मंत्रालय में एक वार रूम की स्थापना की गई है, जहां 24 घंटे सीनियर अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस वर्ष मुख्य स्नान के लिए छह तिथियां निर्धारित हैं। इन्हीं तिथियों में भीड़ आ सकती है। विशेष ट्रेनों का संचालन भी इन्हीं तिथियों को देखते हुए किया जाएगा। सामान्य दिनों में भीड़ की आशंका नहीं है।

    प्रयागराज क्षेत्र में किए गए विशेष इंतजाम 

    व्यवस्था को सुगम बनाने और यात्रियों की सुविधा के लिए प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे ने अपने दस हजार से ज्यादा कर्मचारियों को तैनात कर रखा है। आरपीएफ के जवान भी इतनी ही संख्या में लगाए गए हैं। विशेष निगरानी के लिए स्टेशनों पर 1186 सीसीटीवी कैमरे हैं। सात नए प्लेटफार्म बनाए गए हैं, जिससे प्रयागराज क्षेत्र के सभी नौ स्टेशनों पर प्लेटफार्म की संख्या बढ़कर 48 हो गई है। प्लेटफार्म पर फ‌र्स्ट एड बूथ बनाए गए हैं।

    मेडिकल आब्जर्वेशन रूम भी हैं, जहां दिन-रात डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। रेलवे की ओर से तैयारियां पहले से की जा रही थीं। इसके तहत कनेक्टिंग सिगल गेज ट्रैकों को डबल किया गया है। विभिन्न दिशाओं से आने वाले यात्रियों के टिकट के रंग भी भिन्न-भिन्न किए गए हैं, ताकि कुंभ क्षेत्र में किसी यात्री के भटकने का खतरा न रहे।

    यह भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: पहले दिन डेढ़ करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान, सीएम योगी बोले- पुण्य फलें, महाकुंभ चलें

    comedy show banner
    comedy show banner