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    Mahashivratri 2021: जानिए कब से महाकाल में होंगे भस्मारती के दर्शन, गर्भगृह में प्रवेश अभी रहेगा बंद

    By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By:
    Updated: Tue, 09 Feb 2021 06:27 PM (IST)

    Mahashivratri 2021 कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर काबू जरूर पाया गया है मगर अब भी सावधानी रखने की आवश्यकता है। भस्मारती में 1700 लोगों को अनुमति दी जाती है। नंदी हाल गणेश मंडपम कार्तिकेय मंडपम में भक्त दो घंटे तक बैठकर भस्मारती दर्शन करते हैं।

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    17 मार्च 2020 से भस्मारती दर्शन पर रोक लगा दी गई थी

    उज्जैन, जेएनएन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिग महाकाल मंदिर में प्रतिदिन तड़के होने वाली भस्मारती के दर्शन के लिए भक्तों को कुछ और दिन प्रतीक्षा करनी होगी। भक्त 15 मार्च से भस्मारती दर्शन कर सकेंगे, वहीं गर्भगृह में दर्शनार्थियों का प्रवेश फिलहाल बंद रहेगा। मंदिर समिति इस पर महाशिवरात्रि पर्व के बाद निर्णय लेगी। हालांकि समिति ने शयन आरती दर्शन पर लगी रोक हटा ली है। ये निर्णय मंगलवार को प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए 17 मार्च 2020 से भस्मारती दर्शन पर रोक लगा दी गई थी। स्थितियां सामान्य होने के बाद कुछ दिन से लगातार मांग उठ रही थी कि दर्शन अनुमति फिर से दी जाए।

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    कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर काबू जरूर पाया गया है, मगर अब भी सावधानी रखने की आवश्यकता है। भस्मारती में 1700 लोगों को अनुमति दी जाती है। नंदी हाल, गणेश मंडपम, कार्तिकेय मंडपम में भक्त दो घंटे तक बैठकर भस्मारती दर्शन करते हैं। यहां शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो पाएगा और संक्रमण का खतरा बना रहेगा, इसलिए फिलहाल इस पर रोक बरकरार रहेगी।

    बुकिंग को लेकर व्यवस्था में किया गया बदलाव

    कलेक्टर ने बताया कि महाशिवरात्रि के बाद पहले सोमवार (15 मार्च) से भस्मारती दर्शन अनुमति दी जाएगी। गर्भगृह में प्रवेश को लेकर महाशिवरात्रि के बाद निर्णय लिया जाएगा। प्री-बुकिंग व्यवस्था बदली, अब रजिस्टर में नाम लिखवा कर प्रवेश कोरोनाकाल के पूर्व भक्त बिनी किसी बुकिंग के कतार में लगकर दर्शन करते थे। जब अनलाक हुआ तो प्री-बुकिंग के बाद ही दर्शन की व्यवस्था की गई। इसके लिए महाकाल मंदिर एप और वेबसाइट से बुकिंग करना आवश्यक था। प्रबंध समिति की बैठक में अब इस व्यवस्था को बदल दिया गया है क्योंकि प्री-बुकिंग नहीं होने से कई भक्त बिना दर्शन के लौट जाते हैं। कलेक्टर ने बताया कि अगर कोई भक्त बुकिंग नहीं करा पाया है तो एक रजिस्टर में उसका नाम लिख प्रवेश दिया जाएगा। यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू कर दी गई है।