महादेव सट्टा एप के सभी आरोपियों को मिली जमानत, सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई
छत्तीसगढ़ के महादेव सट्टा एप मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें सभी 12 आरोपियों को जमानत मिल गई। ये सभी आरोपी पिछले ढाई साल से रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद थे। जस्टिस एमएम सूदरैश और सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए भीम सिंह यादव अर्जुन यादव चंद्रभूषण वर्मा सतीश चंद्राकर समेत सभी आरोपियों को राहत दी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव सट्टा एप मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। इस दौरान महादेव आनलाइन सट्टेबाजी केस के सभी 12 आरोपितो को जमानत मिल गई। ये सभी आरोपी पिछले ढाई साल से रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एमएम सूदरैश और सतीश चंद्र शर्मा की पीठ ने महादेव सट्टा एप मामले की सुनवाई की। इस दौरान इस सट्टा एप से जुड़े भीम सिंह यादव, अर्जुन यादव, चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर समेत सभी 12 आरोपियों को जमानत मिल गई है।
कैसे शुरू हुआ महादेव सट्टा ऐप
जानकारी के मुताबिक, साल 2016 में सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और अतुल अग्रवाल द्वारा महादेव बुक एप लॉन्च किया गया था। यह ऐप धीरे-धीरे ऑनलाइन सट्टेबाजी का सबसे बड़ा नेटवर्क बन गया। इसके माध्यम से क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और बैडमिंटल तक कि भविष्यवाणी पर दांव लगाए जाते थे। यह ऑनलाइनट सट्टा ऐप दुबई से संचालित होता था। जो धीरे-धीरे जुआ और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियों के लिए कुख्यात हो गया।
2020 में पकड़ी रफ्तार
साल 2016 में लॉन्च हुआ यह ऐप 2020 में रफ्तार पकड़ने लगा। इस दौरान महादेव ऐप के संचालकों ने हैदराबाद स्थित रेड्डी अन्नानामक एक और दूसरे सट्टेबाजी प्लेटफार्म को करीब 1,000 करोड़ रुपये में खरीदा। जिसके बाद ऐप पर यूजर बेस 50 लाख के पार हो गया। इस ऐप के जरिए रोजना की कमई 200 करोड़ रुपये पहुंचने लगी।
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