ऑपरेशन सिंदूर में छाए लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को मिली एक और जिम्मेदारी, डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बनाए गए
Lt General Rajiv Ghai लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को भारत सरकार ने डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ नियुक्त किया है। वे डीजीएमओ के पद पर भी बने रहेंगे। रक्षा मंत्रालय ने इस खबर की पुष्टि की है। सेना और खुफिया एजेंसी के बीच समन्वय के लिए यह पद बनाया गया है। राजीव घई को उत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है।

एएनआई, नई दिल्ली। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (Lt General Rajiv Ghai) मीडिया में लगातार सुर्खियां बटोर रहे थे। पाकिसतान के डीजीएमओ ने सीजफायर के लिए राजीव घई को ही फोन किया था। वहीं, अब राजीव घई से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत सरकार ने उन्हें डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ नियुक्त किया है। इसके साथ ही वो भारत के डीजीएमओ के पद पर भी कार्यरत रहेंगे।
रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान के साथ इस खबर की पुष्टि की है। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारतीय सेना और खुफिया एजेंसी समेत अन्य अहम विभागों के बीच सामंजस्य बिठाने के लिए डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (स्ट्रैटजी) की पोस्ट बनाई गई है। यह भारतीय सेना के अहम पदों में से एक होगा।
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उत्तम सेवा मेडल से नवाजा
बता दें कि 4 जून को हुए रक्षा अलंकरण समारोह 2025 के दौरान लेफ्टिनेंट राजीव घई को उत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने भारतीय सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लीड किया था। पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन (DGMO) ने सीजफायर के लिए लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को फोन किया था, जिसके बाद 12 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का एलान किया था।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई। फाइल फोटो
मणिपुर का किया था दौरा
फरवरी में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई मणिपुर का भी दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने भारत म्यांमार सीमा का भी जायजा लिया था। मणिपुर दौरे के दौरान उन्होंने मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, मुख्य सचिव और डीजीपी से भी मुलाकात की थी।
कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई कुमाऊं रेजीमेंट के वरिष्ठ अधिकारी हैं। भारतीय सेना में सेवा के दौरान उन्होंने कई बड़े ऑपरेशन को लीड किया है। डीजीएमओ बनने से पहले वो चिनार कोर के जीओसी रह चुके हैं। खासकर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कई मिशन में राजीव घई की अहम भूमिका रही है।
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