Lok Sabha Election 2024: पहले 'रण' में प्रत्याशियों संग मतदाताओं की भी परीक्षा, अलर्ट मोड पर चुनाव आयोग, पल-पल की जुटाई जा रही है जानकारी
पहले चरण के इस चुनाव में आठ केंद्रीय मंत्रियों दो पूर्व मुख्यमंत्री व एक पूर्व राज्यपाल के भाग्य का भी फैसला होगा। इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा के लिए भी वोट पड़ेंगे। चुनाव आयोग ने पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए 18 लाख कर्मचारियों की तैनाती की है।

जागरण टीम, नई दिल्ली। लोकतंत्र के महापर्व में मतदान को लेकर आज इंतजार खत्म हो गया है। 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 102 लोकसभा सीटों के लिए आज (शुक्रवार को) पहले चरण के लिए मतदान शुरू हो गया है। आज न केवल 1625 उम्मीदवारों के लिए परीक्षा की घड़ी है, बल्कि साथ ही 16.63 करोड़ मतदाताओं की भी परीक्षा है कि वे तेज गर्मी में भी अपने उत्साह को ठंडा न पड़ने दें और अधिक से अधिक मतदान करें।
पहले चरण के इस चुनाव में आठ केंद्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्री व एक पूर्व राज्यपाल के भाग्य का भी फैसला होगा। इसके साथ ही अरुणाचल प्रदेश (60 सीटें) और सिक्किम (32 सीटें) में विधानसभा के लिए भी वोट पड़ेंगे। चुनाव आयोग ने पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए 18 लाख कर्मचारियों की तैनाती की है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की भी तैनात किया गया है।
पहले चरण में शामिल 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से 10 राज्य व केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं, जिनकी सभी सीटों पर मतदान होगा। इनमें सबसे अधिक 39 सीटें अकेले तमिलनाडु की हैं। इसके अलावा उत्तराखंड की पांच सीटें शामिल हैं। पहले चरण में जिन चर्चित सीटों के लिए मतदान होगा, उनमें नागपुर, छिंदवाड़ा, पीलीभीत, चेन्नई साउथ, चेन्नई सेंट्रल और कोयम्बटूर आदि शामिल हैं। पहले चरण में 35.67 लाख मतदाता पहली बार वोट डालेंगे। इसके अलावा 20-29 साल की उम्र के युवा मतदाताओं की संख्या 3.51 करोड़ हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में संप्रग ने इन 102 सीटों में से 45 और राजग ने 41 सीटें जीती थीं। इनमें से छह सीटों को परिसीमन के बाद फिर से सुगठित किया गया है। पिछली बार लोकसभा चुनाव में 67.4 प्रतिशत मतदान हुआ था। निर्वाचन आयोग की ओर से भी लोगों से अधिक से अधिक मतदान के लिए निकलने की अपील की गई है। इसके लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि सात चरणों में पूरी होने वाली मतदान प्रक्रिया एक जून को संपन्न होगी और चार जून को नतीजे आएंगे।
अलर्ट मोड पर चुनाव आयोग
पहले चरण का चुनाव राजनीतिक दलों के साथ चुनाव आयोग के भी बड़ी चुनौती है क्योंकि इनमें बस्तर सहित वह सभी संवेदनशील सीटें भी हैं, जहां पोलिंग पार्टियों को काफी मुश्किल से पहुंचाया जाता है। यही वजह है कि आयोग ने पोलिंग पार्टियों के रवाना होने के साथ ही अपने कंट्रोल रूम को भी एक्टिव मोड में डाल दिया है। इन क्षेत्रों में पोलिंग पार्टियों के सकुशल पहुंचने के साथ ही पहले चरण की सभी सीटों से जुड़ी पल-पल की जानकारी अपडेट की जा रही है। यह कंट्रोल रूम अगले 36 घंटे तक रात-दिन काम करेगा।
भारतीय मतदाताओं का जज्बा गर्मी को देगा मात
चुनाव आयुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मतदाताओं के लिए जारी अपने वीडियो संदेश में ज्यादा से ज्यादा वोट करने की अपील की। साथ ही कहा कि यह ऐसा मौका है जब वह अपनी ताकत दिखा सकते हैं। उन्होंने कहा कि चुनावों को सकुशल संपन्न कराने के लिए उनकी टीम पिछले दो सालों से लगातार काम कर रही है।
मतदाताओं में किसी भी तरह की कठिनाई न हो, इसके पूरे इंतजाम किए गए हैं। गर्मी इस दौरान थोड़ी चुनौती है लेकिन उम्मीद है कि भारतीय मतदाताओं का जज्बा गर्मी जैसी चुनौती को मात देगा।
आंकड़ों में पहला चरण
- कुल सीटें 102
- सामान्य 73
- एससी 18
- एसटी 11
- कुल मतदाता : 16.63 करोड़
- पुरुष मतदाता - 8.4 करोड़
- महिला वोटर - 8.23 करोड़
- थर्ड जेंडर - 11, 371
- कुल उम्मीदवार : 1625
- पुरुष प्रत्याशी - 1491
- महिला प्रत्याशी - 134
- पोलिंग स्टेशन - 1.87 लाख
यहां संपन्न हो जाएगा मतदान
तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), मिजोरम (1), नगालैंड (1), सिक्किम (1), अंडमान निकोबार (1), लक्षद्वीप (1), पुडुचेरी (1)
यहां जारी रहेगी मतदान प्रक्रिया
राजस्थान (12), त्रिपुरा (1), उत्तर प्रदेश(8), बंगाल (3), जम्मू-कश्मीर (1), असम (5), बिहार (4), छत्तीसगढ़ (1), मप्र (6), महाराष्ट्र (5) और मणिपुर (2)
प्रमुख प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में होगी बंद
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, किरण रिजिजू, सर्बानंद सोनोवाल, संजीव बालियान, जितेंद्र सिंह, भूपेन्द्र यादव, अर्जुनराम मेघवाल, एल मुरुगन। त्रिपुरा के पूर्व सीएम बिप्लब कुमार देब, अरुणाचल के पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नबाम तुकी, पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदराराजन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ। तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई।
उत्तर प्रदेश में कई दिग्गजों की परीक्षा
पहले चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (एससी), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत लोकसभा सीट के लिए 80 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2019 में चार सीटें भाजपा, तीन बसपा और एक सपा ने जीती थी। इस चरण में जिनकी किस्मत का फैसला होगा, उनमें केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, योगी सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, कैराना से भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी, बिजनौर से एनडीए (रालोद) प्रत्याशी विधायक चंदन चौहान और नगीना से भाजपा प्रत्याशी विधायक ओम कुमार शामिल हैं।
बंगाल 84 प्रतिशत से ज्यादा हुआ था मतदान
बंगाल की तीन सीटों कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी सीट के लिए 37 प्रत्याशी मैदान में हैं। 2019 में तीनों सीटों पर 84.78 प्रतिशत मतदान हुआ था। सबसे अधिक वोट जलपाईगुड़ी में 86.51 प्रतिशत पड़े थे। चुनावी हिंसा से निपटने के लिए इस बार वहां सीआईएसएफ नहीं, बल्कि एसएसबी और आईटीबीपी के जवानों को तैनात किया गया है।
बिहार में प्रथम चरण में चार सीटों पर मतदान
यहां औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में मतदान होगा। इन चार सीटों के लिए मैदान में 38 प्रत्याशी हैं। 2019 में चारों सीटों पर 53.60 प्रतिशत मतदान हुआ था। भाजपा को एक, जदयू को एक और लोजपा को दो सीटें मिली थीं।
उत्तराखंड में सभी सीटों पर मतदान
पांचों संसदीय सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान संपन्न हो जाएगा। 2019 में टिहरी गढ़वाल में 58.87, गढ़वाल में 55.17, अल्मोड़ा में 52.31, नैनीताल-उधम सिंह नगर में 68.97 और हरिद्वार में 69.18 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2019 में सभी सीटें भाजपा ने जीती थीं।
जम्मू-कश्मीर की ऊधमपुर सीट पर वोटिंग
जम्मू कश्मीर में ऊधमपुर लोकसभा क्षेत्र में आज मतदान है। 16 लाख से अधिक मतदाता 12 उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे। दो बार से यहां भाजपा काबिज है, उससे पहले दो बार यह सीट कांग्रेस के खाते में रही थी। 2019 में यहां 71.01 प्रतिशत मतदान हुआ था। इससे पूर्व 2014 में मतदान प्रतिशत 70.91 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2019 में भाजपा उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार विक्रमदित्य सिंह को पराजित किया था।
राजस्थान में 268 केंद्रों पर मोबाइन नेटवर्क नहीं
25 में से पहले चरण की 12 संसदीय सीटों 114 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां होगा मतदान-जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर, नागौर, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर, अलवर और अजमेर। प्रदेश में कुल 268 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं है।
इन मतदान केंद्रों को कम्युनिकेशन शेडो जाने की सूची में शामिल करते हुए यहां पुलिस की विशेष टीम तैनात की जाएगी। इनके पास वायरलेस सेट होंगे, जो चुनाव संबंधित हर गतिविधि पर निगरानी रखते हुए इसकी सूचना नियंत्रण कक्ष में देंगे। 2019 में 12 सीटों में 11 पर भाजपा और एक पर आरएलपी विजयी रही थी।
मध्य प्रदेश में कमल नाथ-फग्गन सिंह कुलस्ते का राजनीतिक भविष्य होगा तय
पहले चरण की छह सीटों सीधी, शहडोल, मंडला, बालाघाट, जबलपुर और छिंदवाड़ा के लिए 88 प्रत्याशी मैदान में है। बालाघाट के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान दो घंटे पहले चार बजे समाप्त हो जाएगा। इस चरण में कांग्रेस नेता कमल नाथ और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की प्रतिष्ठा दांव पर है।
कुलस्ते मंडला सीट से स्वयं प्रत्याशी हैं तो कमल नाथ के पुत्र नकुल नाथ छिंदवाड़ा से मैदान में हैं। पिछली बार इन सीटों पर 62.27 प्रतिशत मतदान हुआ था। सबसे अधिक वोट 82.39 प्रतिशत छिंदवाड़ा में पड़े थे 2019 में 29 में से छिंदवाड़ा ही एकमात्र सीट थी, जिस पर कांग्रेस जीती थी।
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