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Lok Sabha Election 2024: बंगाल में चुनाव ड्यूटी पर तैनात होंगी CAPF की 100 और कंपनियां, NIA पर हमले के बाद चुनाव आयोग का फैसला

Lok Sabha Election 2024 चुनाव आयोग ने आज (9 अप्रैल) स्वतंत्र और निष्पक्ष लोकसभा चुनाव कराने के लिए गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की 100 और कंपनियां तैनात करने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग के निर्देश पर गृह मंत्रालय द्वारा सीआरपीएफ की 55 कंपनियां और सीमा सुरक्षा बलों की 45 कंपनियां तैनात की जा रही हैं।

By Agency Edited By: Piyush Kumar Published: Tue, 09 Apr 2024 10:23 AM (IST)Updated: Tue, 09 Apr 2024 10:32 AM (IST)
चुनाव आयोग ने CAPF की अतिरिक्त 100 कंपनियों की तैनाती पूरी करने का निर्देश दिया।(फोटो सोर्स: जागरण)

एएनआई, नई दिल्ली। Lok Sabha Election 2024। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जरूरी कार्रवाई कर रही है। चुनाव आयोग ने आज (9 अप्रैल) गृह मंत्रालय को पश्चिम बंगाल में केंद्रीय सशस्त्र अर्धसैनिक बलों (सीएपीएफ) की 100 और कंपनियां तैनात करने का निर्देश दिया है।

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चुनाव आयोग के निर्देश पर गृह मंत्रालय द्वारा सीआरपीएफ की 55 कंपनियां और सीमा सुरक्षा बलों की 45 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। अधिकारियों को 15 अप्रैल या उससे पहले पश्चिम बंगाल में CAPF की अतिरिक्त 100 कंपनियों की तैनाती पूरी करने का निर्देश दिया गया है।

टीएमस नेताओं ने चुनाव आयोग से की मुलाकात

इससे पहले सोमवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेताओं ने एक बार फिर से बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया। इस मामले में डेरेक ओ ब्रायन, डोला सेन, साकेत गोखले और सागरिका घोष सहित टीएमसी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर चुनाव आयोग से मुलाकात की।

टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान मांग की कि सीबीआई, एनआईए, ईडी और आयकर विभाग के प्रमुखों को बदला जाए। मालूम हो कि टीएमसी लगातार आरोप लगाती रही है कि केंद्रीय जांच एजेंसियां ​​भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के इशारे पर विपक्षी दलों को निशाना बना रही हैं।

एनआईए टीम पर हुआ हमला 

पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में शनिवार सुबह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम पर हमला हुआ। एनआईए अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के एक नेता के घर पर 2022 में हुए विस्फोट मामले की जांच के लिए वहां पहुंचे थे, तभी उग्र भीड़ ने उनकी कार पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे गाड़ी की विंडस्क्रीन क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना में एक अधिकारी घायल हो गए।

यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election: फिर गरमाया केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा, टीएमसी नेताओं ने EC से की मुलाकात; रखी ये मांग


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