Kolkata Doctor Case: ममता की पुलिस और दाह संस्कार... मृतका की मां ने राष्ट्रपति और पीएम मोदी को क्यों लिखा पत्र?
कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में दरिंदगी की शिकार हुई जूनियर महिला डॉक्टर की मां ने मृतका के दाह संस्कार को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। इसको लेकर उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भी लिखा है। वहीं आज बंगाल विधानसभा में दुष्कर्म के मामलों को जल्दी निपटने के लिए विधेयक पारित किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में दरिंदगी की शिकार हुई जूनियर महिला डॉक्टर के दाह संस्कार को लेकर बड़े सवाल उठे हैं। मृतका की मां ने दाह संस्कार को लेकर कोलकाता पुलिस और सरकारी कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
जूनियर महिला डॉक्टर की मां ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर शिकायत की है कि वह घटना की जांच के लिए अपनी बेटी के पार्थिव शरीर का तुरंत दाह संस्कार नहीं चाहती थीं, लेकिन पुलिस की 'अति सक्रियता' के कारण ऐसा करना पड़ा। पीड़ित परिवार के एक करीबी ने यह जानकारी दी।
कल आधी रात को विरोध प्रदर्शन
कोलकाता के आम लोगों की ओर से 14 अगस्त की तरह चार सिंतबर को आधी रात विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। इसमें मृतका के माता-पिता के भी शामिल होने की संभावना है।
पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की धक्कामुक्की
पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग पर जूनियर डाक्टरों ने मंगलवार को कोलकाता में उग्र प्रदर्शन किया। पुलिस के साथ उनकी धक्का मुक्की भी हुई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब-तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
मिडिल स्टंप तो टूट गया, इसके बाद क्या
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर राय ने आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष की गिरफ्तारी पर एक फोटो पोस्ट की है, जिसमें विकेट के मिडिल स्टंप को टूटता दिखाया गया है। सुखेंदु ने इसके साथ लिखा है- 'मिडिल स्टंप तो टूट गया। इसके बाद क्या?'
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