कोलकाता में भारी बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, कॉलेज स्ट्रीट में पुस्तक बिक्रेताओं को हुआ भारी नुकसान
कोलकाता के कॉलेज स्ट्रीट में भारी बारिश के कारण पुस्तक केंद्र में स्थित दुकानों और स्टालों पर लाखों रुपये की किताबें नष्ट हो गईं। प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं का गिल्ड नुकसान का आकलन कर रहा है। गिल्ड के सदस्यों के अनुसार यह नुकसान 2020 में चक्रवात के दौरान हुई क्षति से भी अधिक गंभीर है। विभिन्न प्रकाशनों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता महानगर में सोमवार की देर रात सुबह हुई भारी बारिश के कारण कॉलेज स्ट्रीट के पुस्तक केंद्र में स्थित दुकानों और स्टाल पर लाखों रुपये मूल्य की किताबें नष्ट हो गईं। ‘पब्लिशर्स एंड बुकसेलर्स गिल्ड’ इस नुकसान का आकलन कर रहा है।
गिल्ड कार्यकारी समिति के सदस्य और दे पब्लिशिंग के मालिकों में से एक अपू दे ने कहा कि हर एक प्रकाशक को प्रकृति के प्रकोप का खामियाजा भुगतना पड़ा है, और यह नुकसान 2020 में चक्रवात के दौरान हुई क्षति से भी अधिक गंभीर है।
प्राकृतिक आपदा से व्यवसाय को भारी नुकसान
दे पब्लिशिंग ने कहा कि पूरा बोईड़ा (पुस्तक प्रेमियों का मोहल्ला) अस्त-व्यस्त है। प्राकृतिक आपदा ने हमारे व्यवसाय को भारी नुकसान पहुंचाया है। लाखों का नुकसान हुआ है, लेकिन हम दुर्गा पूजा के बाद ही अनुमानित आंकड़ा बता पाएंगे। उन्होंने कहा कि सिर्फ उनके प्रकाशन व्यवसाय को 5-6 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
भारती प्रकाशन को 10-12 लाख रुपये का नुकसान
गिल्ड के अध्यक्ष सुधांग्शु दे ने कहा कि कॉलेज स्ट्रीट में कई छोटी दुकानें सड़क पर स्थित हैं, इसलिए इन दुकानों में रखी पुस्तकें क्षतिग्रस्त हो गईं। अनुमान से अधिक भारी बारिश हुई और कोई ऐहतियाती उपाय नहीं किए गए। गिल्ड सचिव त्रिदीब चटर्जी ने कहा कि उनके स्वामित्व वाले पत्र भारती प्रकाशन को 10-12 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि हम त्योहारों के लिए ऑनलाइन आर्डर की गई किताबें छापते हैं। चूंकि इतनी भारी बारिश की कोई पूर्व चेतावनी नहीं थी, इसलिए जिल्द चढ़ाने के लिए तैयार छपी हुई सामग्री भीग गई। त्योहार से पहले यह एक बड़ा नुकसान है।
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