केरल पुलिस ने एशियानेट न्यूज के कार्यालय पर मारा छापा, पत्रकार संगठनों ने कहा- मीडिया पर हमले का एक और उदाहरण
केरल पुलिस ने रविवार को एशियानेट न्यूज के कोझिकोड कार्यालय पर छापा मारा। यह कार्रवाई विधायक पीए अनवर की शिकायत पर की गई। वहीं एशियानेट न्यूज के अध्यक्ष राजेश कालरा ने कहा कि केरल में मीडिया को चुप कराने की कोशिश कामयाब नहीं होगी। (फोटो- आइएएनएस)

तिरुवनंतपुरम/ नई दिल्ली, एजेंसियां। एसएफआई कार्यकर्ताओं के एशियानेट न्यूज के कोच्चि ब्यूरो में घुसने के कुछ दिनों बाद केरल पुलिस ने रविवार को इसके कोझिकोड कार्यालय पर छापा मारा। यह छापेमारी वामपंथी निर्दलीय विधायक पीवी अनवर की शिकायत के आधार पर की जा रही है।
सरकार के निशाने पर एशियानेट न्यूज
पिनाराई विजयन सरकार के लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद से ही माकपा एशियानेट न्यूज़ को निशाना बना रही है। राज्य का चर्चित न्यूज चैनल लगातार सरकार की नाकामियों का पर्दाफाश कर रहा है। चैनल ने कुख्यात सोना तस्करी रैकेट की आरोपी स्वप्ना सुरेश और राज्य सरकार के बीच सांठगांठ का पर्दाफाश किया है।
'एशियानेट को धमकाने का प्रयास विफल रहेगा'
एशियानेट न्यूज के अध्यक्ष, राजेश कालरा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "केरल पुलिस वर्तमान में एक मनगढ़ंत मामले में कोझिकोड में एशियानेट समाचार कार्यालय पर छापा मार रही है। यह कार्रवाई दूसरे दिन हमारे कोच्चि कार्यालय में एसएफआई की विघटनकारी गतिविधि के बाद आया है।" उन्होंने कहा कि एशियानेट को धमकाने का प्रयास विफल होगा और समाचार समूह इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।
'काम नहीं आएगी रणनीति'
राजेश कालरा ने यह भी कहा कि केरल में पहले भी मीडिया को चुप कराने की कोशिश की गई थी और सत्ता में बैठे लोग इसे दोहराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह मीडिया के खिलाफ इस तरह की रणनीति में कामयाब नहीं होगी।
केरल का पहला निजी समाचार चैनल है एशियानेट
यह ध्यान दिया जा सकता है कि एशियानेट केरल का पहला निजी समाचार चैनल है और राज्य के लोगों को निष्पक्ष समाचार प्रदान करने में उच्च प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। इसने राज्य में कई भ्रष्ट प्रथाओं को उजागर किया है और जनजातियों और हाशिए पर रहने वाली जनजातियों की कई मानव हितकारी कहानियों को मुख्यधारा में लाया है।
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने जबरन कार्यालय में किया प्रवेश
शुक्रवार को, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कोच्चि में मलयालम समाचार चैनल एशियानेट न्यूज के कार्यालय में कथित तौर पर जबरन प्रवेश किया। टीवी चैनल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर, सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा, एसएफआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
पत्रकार संगठनों ने कहा- मीडिया पर हमले का एक और उदाहरण
एसएफआई कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा कथित रूप से एशियानेट न्यूज के कोच्चि कार्यालय में घुसने और एक समाचार रिपोर्ट को लेकर चैनल के कर्मचारियों को धमकाने के एक दिन बाद पत्रकारों के निकायों ने इस घटना की निंदा की और इसे मीडिया और पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों का एक और उदाहरण बताया।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, भारतीय महिला प्रेस कोर, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने एक संयुक्त बयान में कहा कि मीडिया कार्यालयों में घुसना 'अवैध' है और इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि केरल सरकार एशियानेट पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।"
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने कर्मचारियों को धमकाया
केरल पुलिस के अनुसार, एक लड़की के यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट को लेकर स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार को कोच्चि में मलयालम समाचार चैनल एशियानेट न्यूज के कार्यालय में कथित रूप से प्रवेश किया और कर्मचारियों को धमकाया। बाद में चैनल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर, केरल में सत्तारूढ़ माकपा की छात्र शाखा, एसएफआई के 30 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों का एक और उदाहरण
इस घटना की निंदा करते हुए पत्रकारों के संगठनों ने कहा, "हम स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं द्वारा कोच्चि में टीवी चैनल एशियानेट न्यूज के कार्यालय पर हमले का विरोध करते हैं। यह देश में मीडिया संगठनों और पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों का एक और उदाहरण है।"
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