Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    DGP और चीफ सेक्रेटरी के साथ वायनाड रवाना हुए सीएम विजयन, प्रभावित इलाके की करेंगे समीक्षा; 167 की मौत

    भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय सेना ने अपना बचाव अभियान को तेज कर दिया है। सेना की कोशिश है कि प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। सेना के मद्रास सैपर्स के जवानों ने रातों-रात 100 फीट लंबा एक पुल बनाया और उसे आम लोगों के लिए खोल दिया। यह पुल बचाव अभियान में सेना की मदद कर रहा है।

    By Agency Edited By: Abhinav Atrey Updated: Thu, 01 Aug 2024 11:58 AM (IST)
    Hero Image
    भूस्खलन प्रभावित इलाके की समीक्षा करेंगे सीएम विजयन। (फोटो, एएनआई)

    एएनआई, वायनाड। केरल के वायनाड में भूस्खलन के बाद मानव तबाही आई है। इस प्राकृतिक आपदा में अबतक 167 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं और 180 से ज्यादा लोग लापता हैं। इसमें मरने वालों को आंकड़ा बढ़ सकता है। राहत एवं बचाव कार्य के बीच राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन गुरुवार सुबह वायनाड पहुंचे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुख्यमंत्री विजयन के साथ में केरल के मुख्य सचिव वी वेणु और डीजीपी शेख दरवेश साहिब भी मौजूद हैं। सभी तिरुवनंतपुरम से हेलीकॉप्टर से वायनाड में घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे।

    भूस्खलन प्रभावित इलाके की समीक्षा करेंगे सीएम विजयन

    सीएम विजयन का हेलीकॉप्टर से वायनाड जाते समय का एक वीडियो भी सामने आया है। वह अज सुबह वायनाड में भूस्खलन प्रभावित इलाके की समीक्षा करने के लिए अधिकारियों से मिलेंगे। इसके बाद में वह उस जगह का दौरा करेंगे जहां बचाव अभियान चल रहा है।

    बचाव अभियान में 1600 से अधिक जवान शामिल

    इस बीच केरल के मंत्री के राजन ने जानकारी देते हुए कहा है कि वर्तमान में बचाव अभियान में 1600 से अधिक सेना और एनडीआरफ के जवान शामिल हैं। मंत्री राजन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि बचाव कार्य में सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं। सीएम अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।

    सेना ने बचाव अभियान को तेज किया

    भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय सेना ने अपना बचाव अभियान को तेज कर दिया है। सेना की कोशिश है कि प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। सेना के मद्रास सैपर्स के जवानों ने रातों-रात 100 फीट लंबा एक पुल बनाया और उसे आम लोगों के लिए खोल दिया। यह पुल बचाव अभियान में भी मदद कर रहा है।

    मरने वालों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपया मुआवजा

    केरल राजस्व विभाग के मुताबिक, 30 जुलाई की सुबह वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला गावों में देर रात दो बड़े भूस्खलन हुए। इसमें अबतक 167 लोगों को मौत हो गई है और कई लापता हैं। वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने मरने वालों के परिवारों के लिए 2-2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की है।

    ये भी पढ़ें: दिल्ली-NCR और पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश से सैलाब, येलो अलर्ट जारी; केरल में मरने वालों की संख्या 167 पहुंची