केरल में भारी बारिश के बीच 40 साल पुरानी इमारत ढही, तीन मजदूरों की मौत
केरल के कोडकारा में एक 40 साल पुरानी इमारत ढहने से तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। ये मजदूर उसी इमारत में रहते थे और सुबह काम पर जाने की तैयारी कर रहे थे। घटना सुबह 6 बजे हुई, जिसमें 14 अन्य मजदूर सुरक्षित बच गए। बचाव अभियान में ढाई घंटे लगे।
केरल में इमारत गिरने से तीन मजदूरों की मौत (प्रतीकात्मक तस्वीर)
पीटीआई, त्रिशूर(केरल)। मध्य केरल के कोडकारा में शुक्रवार सुबह एक बड़ी दुर्घटना घटी, जिसमें तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। करीब 40 साल पुरानी एक इमारत ढहने के कारण ये हादसा हुआ।
पुलिस ने बताया कि जो बिल्डिंग गिरी है, उसी इमारत में ये तीनों मजदूर रहते थे और घटना के वक्त वे काम पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों और अग्निशमन एवं बचाव सेवाओं के अधिकारियों ने बताया कि इमारत में 17 मजदूर रह रहे थे।
14 मजदूरों को नहीं आई कोई चोट
अधिकारियों ने बताया कि 17 में से 14 मजदूर बिना किसी चोट के भागने में सफल हो गए। हालांकि, तीन मजदूरों की इस दर्दनाक घटना में मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, घटना सुबह करीब 6 बजे घटी और पूरे बचाव कार्य में करीब ढाई घंटे का समय लगा।
एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि मलबे में फंसे दो लोगों को जल्दी से बचाया जा सका, क्योंकि वे लोग सतह के करीब थे। अधिकारी ने बताया कि तीसरे व्यक्ति को बाहर निकालने में ज्यादा समय लग गया, क्योंकि वो बड़े-बड़े कंक्रीट स्लैबों के मलबे के नीचे दबा हुआ था।
जेसीबी की भी ली गई मदद
उन्होंने बताया कि बचाव अभियान में तीन यूनिट को लगाया गया था। टीवी चैनलों पर दिखाए गए दृश्यों के अनुसार, मलबे को हटाने और पीड़ितों को बचाने के लिए कई अग्निशमन और बचाव कर्मियों और कुछ जेसीबी का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस ने बताया कि पहले दो लोगों की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। घटनास्थल पर मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि घटना किस कारण हुई।
इमारत की होगी जांच
एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा कि इस बात की भी जांच की जानी चाहिए कि इमारत में संरचनात्मक स्थिरत और फिटनेस संबंधी मंजूरी थी या नहीं।
मौके पर मौजूद एक राजस्व अधिकारी ने मीडिया से कहा कि श्रम विभाग के अधिकारियों को मौके पर जल्दी पहुंचने को कहा गया है ताकि वे इस बात का जवाब दे सकें कि इमारत में इतने सारे श्रमिकों को रहने की अनुमति क्यों दी गई। उन्होंने यह भी कहा कि इस बात की जांच की जानी चाहिए कि क्या यह इमारत अनुपयुक्त थी।
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