मुस्लिम घरों पर बुलडोजर चलने पर कर्नाटक और केरल सरकार आमने-सामने, शिवकुमार ने विजयन को दी नसीहत
बेंगलुरु में 200 से अधिक घरों को ध्वस्त करने के बाद कर्नाटक सरकार आलोचनाओं में घिर गई है। केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने इसे उत्तर प्रदेश के 'बुलडोज ...और पढ़ें

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार। (फाइल)
जेएनएन, बेंगलुरु। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर अतिक्रमण पर अक्सर कहर बनकर टूटता है। इसके लिए विपक्षी पार्टियां उनपर पर निशाना साधती रहती हैं। अब कांग्रेस नीत कर्नाटक सरकार ने भी बुलडोजर कार्रवाई की है। इस पर केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने कहा था कि कर्नाटक सरकार बेंगलुरु में मुसलमानों को बेदखल करने के लिए उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बुलडोजर मॉडल का इस्तेमाल कर रही है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने शनिवार को केरल के मुख्यमंत्री से उनके राज्य के मामलों में हस्तक्षेप न करने का आग्रह किया है। दरअसल, बेंगलुरु में 200 से अधिक घरों को ध्वस्त करने के बाद कर्नाटक सरकार आलोचनाओं के घेरे में आ गई है। 22 दिसंबर की सुबह चार बजे कोगिलु गांव के फकीर कॉलोनी और वसीम लेआउट में हुई इस तोड़फोड़ से 400 लोग बेघर हो गए, जिनमें अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं।
बेंगलुरु सालिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड द्वारा चलाए गए इस अभियान में चार जेसीबी मशीनें और 150 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल थे।इस कार्रवाई को लेकर केरल के मुख्यमंत्री का बयान सामने आया था। इस पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा, “यह सब एक राजनीतिक बयानबाजी है। विजयन को तथ्यों को जाने बिना हमारे राज्य के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।''
उन्होंने कहा, “कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया था। यह कचरा डंप करने की जगह है। यह पहले पत्थर की खदान थी। यह बहुत खतरनाक जगह है। यहां स्वास्थ्य संबंधी कई खतरे हैं। झुग्गीवासियों ने अवैध रूप से कब्जा करने की कोशिश की जो जमीन हड़पने का मामला है।

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