'शिक्षा ही तोड़ेगी सनातन और तानीशाही की जंजीरें...', कामल हासन के विवादित बोल पर मचा बवाल
मशहूर अभिनेता कमल हासन ने चेन्नई में अग्रम फाउंडेशन के एक कार्यक्रम में कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जो तानाशाही और सनातन की जंजीरों को तोड़ सकता है। उन्होंने नौजवानों को शिक्षा की ताकत अपनाने की नसीहत दी। कमल हासन ने नीट को शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी बाधा बताया जिससे कई छात्रों के अवसर छिन गए हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मशहूर अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम के संस्थापक कमल हासन ने चेन्नई में अग्रम फाउंडेशन के एक इवेंट में विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जो न सिर्फ तानाशाही बल्कि सनातन के जंजीरों को भी तोड़ सकता है।
राज्यसभा सांसद कमल हासन ने इस मौके पर नौजवानों को शिक्षा की ताकत को अपनाने की नसीहत दी है। लेकिन ऐसा करते हुए वो सनातन के खिलाफ बोलने लग गए।
'शिक्षा की ताकत कभी हार नहीं मानती'
उन्होंने कहा, "कुछ और हाथ में न लें, सिर्फ शिक्षा को थामें। इसके बिना जीत मुमकिन नहीं, क्योंकि बहुमत आपको हरा सकता है। नादान लोग आपको नीचे ला सकते हैं, लेकिन शिक्षा की ताकत कभी हार नहीं मानती। इसलिए हमें शिक्षा को मजबूती से पकड़ना होगा।"
कमल हासन ने अग्रम फाउंडेशन के काम को सराहा और कहा कि सच्ची शिक्षा और बेगैर शर्त मोहब्बत आजकल कम ही मिलती है। "हमारी मांओं के अलावा, अग्रम फाउंडेशन जैसी जगहें ही हैं जहां यह दोनों चीजें मिल सकती हैं।"
नीट की वजह से छिन गए मौके: कमल हासन
कमल हासन ने शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली रुकावटों का जिक्र किया और नीट (NEET) के लागू होने को एक बड़ी बाधा बताया। उन्होंने कहा कि 2017 से नीट के कारण कई होनहार स्टूडेंट के मौके छिन गए हैं।
अग्रम फाउंडेशन चाहकर भी कुछ हद तक ही मदद कर सकती है, क्योंकि कानून इजाजत नहीं देता। कानून बदलने के लिए ताकत चाहिए, और वह ताकत सिर्फ शिक्षा से आएगी।
कमल हासन, अभिनेता और राज्यसभा सांसद
उन्होंने तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन से अपनी हालिया बातचीत का भी जिक्र किया। कमल हासन ने कहा, "कल मैंने सीएम से कहा कि एनजीओ पैसे नहीं मांग रही, सिर्फ काम करने की इजाजत चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। मुझे इस नेक काम का हिस्सा बनने पर फख्र है।"
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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