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    'मुझसे ट्यूशन ले लो, क्योंकि अभी 30-40 साल...', राज्यसभा में विपक्षी सांसदों पर क्यों भड़के नड्डा?

    Updated: Tue, 05 Aug 2025 02:50 PM (IST)

    संसद में CISF की तैनाती पर विपक्ष के हंगामे के बाद बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने विपक्षी सांसदों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें उनसे ट्यूशन लेनी चाहिए। नड्डा ने कहा कि उन्होंने विपक्ष में 40 साल बिताए हैं और वे उन्हें सिखा सकते हैं कि विपक्ष को कैसे बर्ताव करना चाहिए? उन्होंने विपक्ष पर अराजकता फैलाने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया।

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    बीजेपी नेता जेपी नड्डा का संसद में बयान। फोटो- पीटीआई

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद में CISF (Central Industrial Security Force) की तैनाती पर विपक्ष के हंगामे के बाद बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने सबकी जमकर क्लास लगाई है। जेपी नड्डा ने विपक्षी सांसदों पर तंज कसते हुए कहा कि आपको मुझसे ट्यूशन ले लेना चाहिए।

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    राज्यसभा में विपक्ष पर पलटवार करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, "मैंने इन लोगों से कई बार कहा, मैं भी 40 साल तक विपक्ष में रहा हूं। इन्हें मुझसे ट्यूशन क्लास ले लेनी चाहिए। मैं इन्हें सिखा दूंगा कि विपक्ष को कैसे बर्ताव करना चाहिए।"

    जेपी नड्ड ने कहा-

    अभी तो आपको विपक्ष में रहे 10 ही साल हुए हैं। अभी 30-40 साल रहना है मेरे से ट्यूशन ले लो। मैं बताऊंगा विपक्ष कैसे चलता है?

    जेपी नड्डा ने क्या कहा?

    जेपी नड्डा ने कहा, "अगर आप लाठी मारे और आपकी लाठी मेरी नाक पर लगे, तो जहां से मेरी नाक शुरू होती है, वहीं से आपका लोकतंत्र खत्म हो जाता है। यह महज सदन की कार्रवाई में बाधा नहीं डालते बल्कि अराजकता फैलाने की कोशिश करते हैं।"

    CISF की तैनाती पर छिड़ा विवाद

    जेपी नड्डा का यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान के बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने सदन में "प्रदर्शन के अधिकार" की मांग की थी। पिछले हफ्ते संसद में CISF की तैनाती को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है। हमें प्रदर्शन करने से रोकने के लिए संसद में CISF बुलाई गई हैं।

    सरकार ने दिया जवाब

    हालांकि, सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि CISF के जवान सिर्फ संसद की सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं। खरगे सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

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