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    'खुद को मारने की दी सुपारी', जरांगे पाटिल ने धनंजय मुंडे पर लगाया आरोप

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 07:46 PM (IST)

    मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने राकांपा नेता धनंजय मुंडे पर खुद को मारने की सुपारी देने का आरोप लगाया है। जरांगे पाटिल ने मुख्यमंत्री फडणवीस से सुरक्षा की मांग की है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि धनंजय मुंडे ने आरोपों को निराधार बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की है।

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    मनोज जरांगे और धनंजय मुंडे। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, मुंबई। मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन करके चर्चा में आए मनोज जरांगे पाटिल ने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता धनंजय मुंडे पर खुद को मारने की सुपारी देने का आरोप लगाया है। जरांगे पाटिल ने मुख्यमंत्री फडणवीस से मदद की अपील करते हुए कहा है कि जिसे जान का खतरा है, उसे सरकार से सुरक्षा मिलनी ही चाहिए। दूसरी ओर धनंजय मुंडे ने जरांगे पाटिल के आरोपों को आधारहीन करार दिया है।

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    जरांगे ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि धनंजय मुंडे ने अपने एक सहायक के जरिए उन्हें जान से मारने के लिए ढाई करोड़ की सुपारी दी है। जरांगे का दावा है कि उन्हें विष देकर अथवा उनकी गाड़ी को टक्कर मारकर उनकी जान लेने की कोशिश की जा सकती है। एक दिन पहले ही धनंजय मुंडे के गृह जनपद बीड के रहने वाले जरांगे के एक सहयोगी गंगाधर कालकुटे जालना जिले के पुलिस अधीक्षक के यहां शिकायत दर्ज कराई है कि मनोज जरांगे को मारने की साजिश रजी जा रही है।

    पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार

    इस शिकायत के बाद पुलिस ने बीड से दादा गरुण एवं अमोल खुने नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। अमोल खुने पहले मनोज जरांगे के लिए ही काम करता रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार व्यक्तियों ने बताया है कि एक बड़े नेता ने यह साजिश रची थी।

    पंकजा मुंडे के चचेरे भाई हैं धनंजय मुंडे

    बता दें कि धनंजय मुंडे फडणवीस के नेतृत्व वाली इसी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। लेकिन मंत्री बनने के कुछ ही दिनों बाद उनके क्षेत्र में हुई एक सरपंच की हत्या के मामले में उनके एक परिचित का नाम आने के कुछ दिनों बाद उन्होंने अपना स्वास्थ्य खराब होने का कारण बताते हुए मंत्रीपद से त्यागपत्र दे दिया था। वह भाजपा नेता एवं फडणवीस सरकार में मंत्री पुंकजा मुंडे के चचेरे भाई भी हैं।

    जरांगे ने क्या कहा?

    मनोज जरांगे पाटिल ने आज पत्रकारों से कहा कि धनंजय मुंडे के पीए या कार्यकर्ता कांचन ने गिरफ्तार किए गए दो में से आरोपित को परली में ही मुंडे से मिलवाया था। उसके बाद आरोपितों से धनंजय मुंडे की एक मुलाकात छत्रपति संभाजी नगर में भी हुई थी।

    जरांगे का दावा है कि वहीं धनंजय मुंडे ने उस व्यक्ति को उन्हें मारने के लिए ढाई करोड़ रुपयों की सुपारी दी। जरांगे के अनुसार आरोपितों से धनंजय की एक मुलाकात मुंबई में भी हुई थी। उन लोगों ने धनंजय से महाराष्ट्र के बाहर के नंबर वाली एक गाड़ी देने को कहा था, जिससे वह मेरी गाड़ी को टक्कर मार सकें।

    जरांगे के आरोपों को मुंडे ने किया खारिज

    लेकिन धनंजय मुंडे ने जरांगे पाटिल के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि उनकी छवि खराब करने एवं उनकी राजनीति खत्म करने के लिए इस प्रकार के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से जरांगे के आरोपों की सीबीआई से जांच करवाने की मांग भी की है।

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