करोड़पति संन्यासी! बिजनेस छोड़ साधु बनने की राह पर निकले 3 जैन श्रावक, उदयपुर में लेंगे दीक्षा
उदयपुर में आचार्य पुण्य सागर महाराज के चातुर्मास में तीन जैन श्रावक करोड़ों का कारोबार छोड़कर संन्यास लेने जा रहे हैं। इनमें फरीदाबाद के आदर्श कुमार जैन मुंबई के अरविंद कोटड़िया और उदयपुर के देवीलाल भोरावत शामिल हैं। जैन समाज के अनुसार दीक्षा समारोह चातुर्मास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होगा। शनिवार को विद्या निकेतन स्कूल में दीक्षा समारोह होगा।

डिजिटल डेस्क, उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में आचार्य पुण्य सागर महाराज के चातुर्मास के दौरान तीन जैन श्रावक करोड़ों का कारोबार छोड़कर संन्यास जीवन अपनाने जा रहे हैं। इनमें फरीदाबाद के बिजनेसमैन आदर्श कुमार जैन, मुंबई के अरविंद कोटड़िया और उदयपुर मूल के देवीलाल भोरावत शामिल हैं।
जैन समाज के अनुसार, तीनों दीक्षार्थियों का दीक्षा समारोह चातुर्मास का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं शामिल होंगे। शनिवार को विद्या निकेतन स्कूल, सेक्टर-4 में भव्य दीक्षा समारोह होगा।
आदर्श कुमार जैन
68 वर्षीय आदर्श कुमार जैन फरीदाबाद में पेपर मिल के स्पेयर पार्ट्स का कारोबार कर रहे थे। रूड़की यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद एस्कॉर्ट लिमिटेड में नौकरी की, फिर खुद का बिजनेस शुरू किया। उनका सालाना टर्नओवर लगभग 3 करोड़ रुपये था। उन्होंने बताया कि धर्म में मन अधिक लगता था, इसलिए दीक्षा लेने का निर्णय किया।
अरविंद कोटड़िया
76 वर्षीय अरविंद कोटड़िया मुंबई में पावरलूम कमीशन एजेंट का कार्य करते थे। गुरु पुण्य सागर महाराज के साथ 2000 किमी पदयात्रा करने के बाद उन्होंने मन बना लिया कि अब सांसारिक जीवन त्यागकर संयम का मार्ग अपनाएंगे।
देवीलाल जैन
उदयपुर जिले के गुड़ली गांव के रहने वाले 76 वर्षीय देवीलाल जैन भी संन्यास लेने ज हैं। उन्होंने मुंबई में इलेक्ट्रिक व हार्डवेयर का व्यवसाय किया, जिसे अब बेटों को सौंप दिया है। इनकी पत्नी बबली देवी ने 2021 में दीक्षा ली थी और आर्यिका नियम मति माताजी के रूप में धर्म आराधना कर रही हैं।
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