किम के बर्थडे पर माहौल में शांति, आखिर क्या है इसके पीछे राज कुछ गड़बड़ तो नहीं
किम के लिए खास दिन का जश्न मनाने का कुछ अलग ही स्टाइल है। उनके इस स्टाइल से पूरी दुनिया खौफ खाती है। लेकिन इस बार उनके जन्मदिन पर माहौल शांत है।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। मौजूदा समय में दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह का आज जन्म दिन है। यदि आप इस तानाशाह को पहचान नहीं पा रहे हैं तो हम इनका नाम बता देते हैं। इनका नाम है किम जोंग उन। अपने तीखे तेवरों के लिए पहचाने जाने वाले किम के जन्मदिन का यूं तो कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है। नॉर्थ कोरिया के अधिकारियों के मुताबिक, उनका जन्म 8 जनवरी 1982 को हुआ था, वहीं साउथ कोरिया के खुफिया अधिकारी इसे 8 जनवरी 1983 बताते हैं। लेकिन आपको ताज्जुब होगा कि उनके इस जन्मदिन के मौके पर उत्तर कोरिया में जश्न नहीं मनाया जा रहा है।
हैरान कर देने वाली है किम के जन्मदिन पर शांति
यह अपने आप में काफी हैरानी वाली बात है। उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए पर भी उनके जन्मदिन को लेकर कोई खबर नहीं है। एक हैरानी वाली बात यहां यह भी है कि किम जोंग उन खास मौकों पर अक्सर मिसाइल टेस्ट करते और फिर जश्न मनाते दिखाई देते हैं। लेकिन इस बार न तो मिसाइल टेस्ट का शोर है और न ही जश्न का माहौल दिखाई दे रहा है। हालांकि इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि मुमकिन है कि आने वाले दिनों में किम फिर किसी मिसाइल टेस्ट को अंजाम दे दें। वर्ष 2011, जब वह सत्ता में आए थे के बाद से ऐसा पहली बार देखा जा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने स्टेट कलैंडर से अपने बर्थडे को भी हटा दिया है। आपको बता दें कि किम जोंग उन ने वर्ष 2017 तक 16 मिसाइल टेस्ट और छह न्यूक्लियर टेस्ट किए हैं।
देश की माली हालत खराब
इंग्लिश मीडिया की मानें तो उत्तर कोरिया के खिलाफ पिछले साल सिंतबर में लगाए गए प्रतिबंधों के बाद देश की माली हालत काफी खराब हो चुकी है। काफी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं और अब तो चीन के ईंधन सप्लाई से हाथ खींच लेने के बाद उत्तर कोरिया में लोगों की हालत बद से बदत्तर हो गई है। कुछ इंग्लिश अखबारों की मानें तो वहां के लोगों का मानना है कि इसी वजह से इस बार किम जोंग उन के जन्मदिन पर चारों और शांति देखी जा रही है। अखबार का यह भी कहना है कि खराब होती आर्थिक हालत के बीच यदि किम ने अपने जन्मदिन पर जश्न की नौटंकी की तो मुमकिन है कि विश्व के दूसरे देश इसका फायदा अपनी तरह से उठाने की कोशिश करें।
किम से क्यों जुड़ गया ‘तानाशाह’
बहरहाल हम आपको बता दें कि आखिर इनके साथ तानाशाह शब्द क्यों जुड़ा है। दरअसल यह शब्द उनके साथ महज इसलिए नहीं जुड़ा है कि वह अमेरिका को आंख दिखाते हुए लगातार मिसाइल टेस्ट या न्यूक्लियर टेस्ट करते रहे हैं, बल्कि इसलिए जुड़ा है क्योंकि उन्होंने अपने ही अंकल को ऐसी दर्दनाक मौत दी थी जिससे सभी की रुह कांप उठेगी। एक मीटिंग के दौरान उन्होंने अपने अंकल को झपकी लेते हुए देख लिया था तो उन्हें भूखे जंगली कुत्तों के आगे फिंकवा दिया था। वहीं सेना प्रमुख को उन्होंने एंटी एयरक्राफ्ट गन से उड़ा दिया था।
लोगों को ये करना जरूरी
उनकी तानाशाही के किस्से सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं हैं। आपको बता दें कि उनके पिता की बरसी के दिन कोई भी महिला बनठन के नहीं रह सकती है। उनके यहां पर सभी को अपने कपड़ों पर एक बैज लगाना जरूरी होता है जिसमें किम और उनके पिता की फोटो छपी होती है। इतना ही नहीं किसी भी नवविवाहित जोड़े को शादी के तुरंत बाद इन दोनों की मूर्ति के पास जाकर सिर झुकाना अनिवार्य है। यहां पर किसी को भी निजी कार रखने की इजाजत नहीं है और सभी को साइकिल या फिर सरकारी वाहन से सफर करना होता है। यदि किसी को कार लेनी है तो इसके लिए पहले सरकार से इजाजत लेनी होती है। शराब पीने और पिलाने को लेकर भी यहां पर कड़े नियम हैं।
अमेरिका से खाते हैं खार
अमेरिका को लेकर उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन इस कदर खार खाते हैं कि अपने देश में अमेरिका का सामान तक नहीं बिकने देते हैं। मीडिया में प्रकाशित खबरों की मानें तो अमेरिकन ब्रांड की जींस पहनने वालों को वहां पर कड़ी सजा देने का प्रावधान है। ऐसा करने वालों को देशद्रोही माना जाता है। अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच वर्षों से दुश्मनी चली आ रही है जिसकी शुरुआत कोरियाई युद्ध से हुई थी। पिछले वर्ष में दोनों देशों के प्रमुखों द्वारा दिए गए तीखे बयान इसके गवाह रहे हैं।
यह भी पढ़ें: फिर शादीशुदा महिला पर आया इमरान खान का दिल, तीसरी शादी का दिया है प्रपोजल