ISRO: Aditya L-1 Mission ने बढ़ाया सफलता की ओर एक और कदम, चौथी बार कक्षा बदलने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी
भारत का सौर मिशन आदित्य एल-1 ने चौथी बार सफलतापूर्वक कक्षा बदल लिया है। मिशन ने शुक्रवार देर रात इस प्रक्रिया को अंजाम दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इसकी जानकारी शेयर की। इसरो ने बताया कि चौथी बार कक्षा बदलने की प्रक्रिया के लिए थ्रस्टर फायर किए गए। इस प्रक्रिया को इसरो के बेंगलुरु मॉरीशस और पोर्ट ब्लेयर स्टेशनों से ट्रैक किया गया।

बेंगलुरु, पीटीआई। Aditya L1 Mission Update: भारत का सौर मिशन आदित्य एल-1 ने चौथी बार सफलतापूर्वक कक्षा बदल लिया है। मिशन ने शुक्रवार देर रात इस प्रक्रिया को अंजाम दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इसकी जानकारी शेयर की।
आदित्य एल-1 ने चौथी बार बदली कक्षा
इसरो ने बताया कि चौथी बार कक्षा बदलने की प्रक्रिया के लिए थ्रस्टर फायर किए गए। इसरो ने कहा कि इससे पहले 3, 5 और 10 सितंबर को सफलतापूर्वक कक्षा बदलने की प्रक्रिया पूरी की गई थी। इस प्रक्रिया को इसरो के बेंगलुरु, मॉरीशस और पोर्ट ब्लेयर स्टेशनों से ट्रैक किया गया।
Aditya-L1 Mission:
— ISRO (@isro) September 14, 2023
The fourth Earth-bound maneuvre (EBN#4) is performed successfully.
ISRO's ground stations at Mauritius, Bengaluru, SDSC-SHAR and Port Blair tracked the satellite during this operation, while a transportable terminal currently stationed in the Fiji islands for… pic.twitter.com/cPfsF5GIk5
सूर्य के नजदीक पहुंच रहा मिशन
बता दें कि इससे पहले आदित्य एल-1 ने 10 सितंबर को तीसरी बार अपनी कक्षा बदली थी। कक्षा बदलने के साथ ही सौर मिशन सूर्य के और अधिक नजदीक पहुंचते जा रहा है।
आदित्य एल-1 की कब हुई थी लॉन्चिंग?
आपको बता दें कि सूर्य मिशन आदित्य एल-1 को दो सितंबर की सुबह 11:50 बजे पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। यह मिशन पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर एल-1 प्वाइंट पर जाएगा और वहां से सूर्य के रहस्यों से पर्दा उठाएगा।
आदित्य एल-1 ने भेजी थी तस्वीर
इससे पहले आदित्य एल-1 ने पृथ्वी और चंद्रमा के साथ एक खास तस्वीर क्लिक की थी, जिसे इसरो ने शेयर किया था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।