INS सह्याद्रि की मलेशिया यात्रा, भारत-मलेशिया संबंधों को मिली मजबूती
भारतीय नौसेना के स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट आइएनएस सह्याद्रि ने दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में केमामन बंदरगाह पर प्रवास किया। इस यात्रा से भारत और मलेशिया के बीच संपर्क और बेहतर हुआ। आइएनएस सह्याद्रि के बंदरगाह पहुंचने पर भारतीय और मलेशियाई नौसेना के कर्मियों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ फ्रिगेट आइएनएस सह्याद्रि ने दक्षिण चीन सागर और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में पूर्वी बेड़े की परिचालन तैनाती के एक भाग के रूप में 2-5 अक्टूबर तक केमामन बंदरगाह पर प्रवास किया।
इस यात्रा ने भारत और मलेशिया के बीच बेहतर संपर्क का अवसर प्रदान किया। भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि कमां¨डग आफिसर ने कुआंतन नौसेना बेस के मुख्यालय, नौसेना क्षेत्र 1 के उप कमांडर, प्रथम एडमिरल अब्द हलीम बिन कमरुद्दीन से मुलाकात की।
भारतीय नौसेना और मलेशियाई नौसेना के बीच मुलाकात
आइएनएस सह्याद्रि के बंदरगाह पर पहुंचने पर भारतीय नौसेना और रायल मलेशियाई नौसेना के कर्मियों के बीच मुलाकातें हुईं, जहां उन्होंने आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने एक मैत्रीपूर्ण फुटबाल मैच में भाग लिया और आइएनएस सह्याद्रि ने केमामन में एक योग सत्र और एक चैरिटी कार्यक्रम भी आयोजित किया।
आइएनएस सह्याद्रि की यह मलेशिया की तीसरी यात्रा है। इससे पहले जहाज ने 2016 में सद्भावना मिशन पर पोर्ट क्लैंग का दौरा किया था और 2019 में कोटा किनाबालु में समुद्र लक्ष्मण अभ्यास में भाग लिया था।एक बयान में विदेश मंत्रालय ने उल्लेख किया था कि किस प्रकार भारत-मलेशिया रक्षा संबंध पिछले कुछ वर्षों में लगातार बढ़े हैं और 1993 में रक्षा सहयोग पर हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों की आधारशिला है।
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