50 सुरंगे, 150 से ज्यादा ब्रिज और जंगलों से घिरा इलाका... इस तरह आइजोल तक पहुंच पाई पहली ट्रेन; जानिए क्या होगा किराया
भारतीय रेलवे ने मिजोरम की राजधानी आइजोल तक ट्रेन पहुंचाने में सफलता प्राप्त की है। 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन जल्द ही शुरू होगी जिसका उद्घाटन पीएम मोदी कर सकते हैं। इस रूट पर 50 सुरंगें और 150 से ज्यादा पुल हैं। परियोजना में कई चुनौतियां थीं लेकिन रेलवे ने सभी बाधाओं को पार किया।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वर्षों की कड़ी मेहनत और प्रतिकूल परिस्थितियों में भी काम करने की लगन से आखिरकार भारत रेलवे ने मिजोरम की राजधानी आइजोल तक ट्रेन पहुंचाने में सफलता हासिल कर ली है। 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन के पूरा होने के बाद अब इसके उद्घाटन का इंतजार हो रहा है।
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी जल्द ही इसका उद्घाटन कर सकते हैं। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इस रूट पर 50 सुरंगें और 150 से ज्यादा पुल बनाए गए हैं। इसमें से कई पुल नदी से 81 मीटर ऊपर तक बने हैं।
रेलवे को मिली कई चुनौतियां
परियोजना के मुख्य अभियंता विनोद कुमार ने कहा कि ये पूरा इलाका जंगलों से घिरा हुआ है। यहां तक निर्माण सामग्री लाना बड़ी चुनौती थी। उन्होंने बताया कि इस रूट को मिजोरम में होने वाली भयंकर बारिश और भूस्खलन की गंभीरता को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
कुमार ने कहा कि साल में मुश्किल से 4-5 महीने ही काम करने लायक मौसम मिलता था। सर्दियों में काम करते थे और कई बार बारिश में हफ्तों तक काम रोकना पड़ता है। बता दें कि इस नए रूट के बनने के बाद गुवाहाटी से आइजोल तक का रास्ता पूरा करने में 18 घंटे की तुलना में 12 घंटे लगेंगे।
इंडिया टुडे के मुताबिक, इसका किराया महज 450 रुपये होगा। यह रेल लाइन हर मौसम में ऑपरेशनल रहने के लिए तैयार की गई है। इसकी मदद से सेना की पहुंच सीमावर्ती इलाकों में कम समय में हो जाएगी और पर्यटन के लिहाज से भी राज्य को इसका फायदा मिलेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।