VIDEO: INS विक्रांत पर MiG-29K लड़ाकू विमान की पहली नाइट लैंडिंग, 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक और कदम
नौसेना ने लैंडिंग का वीडियो शेयर करते हुए कहा यह नौसेना की आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरणा या आत्मनिर्भरता का संकेत है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हर मौसम में उड़ान भर सकने वाला लड़ाकू विमान को घोर अंधेरे में आईएनएस विक्रांत के फ्लाइट डेक पर उतरा।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय नौसेना ने एक और कीर्तिमान रचते हुए भारत के स्वदेशी आईएनएस विक्रांत युद्धपोत पर MiG-29K की रात में सफलतापूर्वक लैंडिंग कराई है। भारतीय नौसेना ने लैंडिंग का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा, यह "नौसेना की आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरणा" या आत्मनिर्भरता का संकेत है। वीडियो में देखा जा सकता है कि हर मौसम में उड़ान भर सकने वाला लड़ाकू विमान को घोर अंधेरे में आईएनएस विक्रांत के फ्लाइट डेक पर उतरा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी बधाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक सफल नाइट लैंडिंग करने के लिए नौसेना को बधाई दी और कहा, "यह ऐतिहासिक उपलब्धि विक्रांत क्रू और नौसेना के पायलटों के कौशल, दृढ़ता और व्यावसायिकता का प्रमाण है। उन्हें बधाई।"
किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है MiG 29K
MiG 29K जेट आईएनएस विक्रांत के लड़ाकू बेड़े का हिस्सा है। यह लड़ाकू विमान किसी भी मौसम में उड़ान भर सकता है। यह ध्वनि से दोगुनी रफ्तार (2000 किमी प्रति घंटा) पर उड़ सकता है। यही नहीं, यह अपने वजन से आठ गुना ज्यादा भार ले जाने में सक्षम है। यह 65000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।
#IndianNavy achieves another historic milestone by undertaking maiden night landing of MiG-29K on @IN_R11Vikrant indicative of the Navy’s impetus towards #aatmanirbharta.#AatmaNirbharBharat@PMOIndia @DefenceMinIndia pic.twitter.com/HUAvYBCnTH
— SpokespersonNavy (@indiannavy) May 25, 2023
रात में क्यों चुनौतीपूर्ण है एयरक्राफ्ट कैरियर पर विमान का उतरना
अंधेरे में एयरक्राफ्ट कैरियर पर किसी विमान का उतरना नौसैना के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है, क्योंकि एयरक्राफ्ट कैरियर 40-50 किमी/घंटा की गति से आगे बढ़ रहा होता है और पायलटों को जेट की गति से तालमेल बैठाए रखना होता है।
बता दें कि इससे पहले तेजस विमान के नौसैनिक वर्जन ने आईएनएस विक्रांत पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी। उस समय यह लैंडिंग दिन के समय ही करवाई गई थी। इसके अलावा कामोव 31 हेलीकॉप्टर को भी 28 मार्च को आईएनएस विक्रांत पर उतारा गया था।