Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jaishankar On Mike Pompeo: 'सुषमा स्वराज पर माइक पोंपियो की अपमानजनक टिप्पणी निंदनीय'- जयशंकर

    पोंपियो के अपमानजनक शब्दों का विदेश मंत्री जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। जयशंकर ने कहा मैंने पोंपियो की किताब में सुषमा स्वराज का जिक्र करते हुए एक अंश देखा है। पोंपियो ने अपनी पुस्तक में लिखा मेरी भारतीय समकक्ष की भारतीय विदेश नीति टीम में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं थी।

    By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Thu, 26 Jan 2023 04:36 AM (IST)
    Hero Image
    Jaishankar On Mike Pompeo: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर व माइक पोंपियो (फाइल फोटो)

    नई दिल्ली, एजेंसी। अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने अपनी पुस्तक 'नेवर गिव एन इंच: फाइटिंग फार द अमेरिका आइ लव' में सुषमा स्वराज पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय विदेश नीति टीम में सुषमा की महत्वपूर्ण भूमिका नहीं थी। पोंपियो ने उनके लिए ''गूफबाल'' (कम बुद्धि) जैसे अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया

    पोंपियो के इन अपमानजनक शब्दों का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। जयशंकर ने कहा, ''मैंने पोंपियो की किताब में सुषमा स्वराज जी का जिक्र करते हुए एक अंश देखा है। मैंने हमेशा सुषमा स्वराज का बहुत सम्मान किया। उनके साथ मेरे बेहद करीबी और मधुर संबंध थे। मैं उनके लिए इस्तेमाल की जाने वाली अपमानजनक टिप्पणी की निंदा करता हूं।

    पोंपियो ने अपनी किताब में जयशंकर की प्रशंसा की

    पोंपियो ने अपनी पुस्तक में लिखा मेरी भारतीय समकक्ष की भारतीय विदेश नीति टीम में महत्वपूर्ण भूमिका नहीं थी। इसके बजाय मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी और भरोसेमंद विश्वासपात्र राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अधिक निकटता से काम किया। सुषमा स्वराज वर्ष 2014 से मई 2019 तक देश की विदेश मंत्री थीं। हालांकि पोंपियो ने अपनी किताब में जयशंकर की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा, मई 2019 में हमने भारत के नए विदेश मंत्री के रूप में 'जे' (जयशंकर) का स्वागत किया। इनसे बेहतर समकक्ष नहीं हो सकता।

    2019 में परमाणु युद्ध करने के करीब आ गए थे भारत-पाक

    पोंपियो ने अपनी पुस्तक में दावा किया है कि फरवरी 2019 में बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध करने के करीब आ गए थे। उन्होंने लिखा कि उनके पास उस समय भारतीय विदेश मंत्री का फोन आया कि पाकिस्तान हमले के लिए परमाणु हथियार तैनात कर रहा है। भारत भी अपने बचाव के लिए जवाबी तैयारी कर रहा है। उन्होंने लिखा, 'जब भारतीय समकक्ष का मेरे पास फोन आया तो मैं उस समय हनोई की यात्रा पर था। मैं रातभर नहीं सोया। मैंने भारत से कुछ भी न करने को कहते हुए इसके हल के लिए कुछ मिनट मांगा। उस समय मैं हनोई के होटल में काम पर जुट गया।

    बाजवा ने कहा था- यह सच्चाई नहीं है

    पूर्व विदेश मंत्री ने लिखा है कि इसके बाद पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख यानी वास्तविक नेता जनरल कमर जावेद बाजवा से संपर्क किया गया। उन्हें भारत द्वारा कही गई बात बताई। इसके बाद बाजवा ने कहा कि यह सच्चाई नहीं है, बल्कि मेरा विश्वास है कि भारत परमाणु हथियार तैनात कर रहा है। पोंपियो ने लिखा कि यह जानने के बाद हमारी टीम ने रातभर जागकर इसे सुलझाने के लिए काम किया। टीम ने दोनों देशों को यह समझाने की कोशिश की कि न तो भारत और न ही पाकिस्तान हमले की तैयारी कर रहा है।

    पोंपियो ने यह भी दावा किया

    एएनआइ के अनुसार पोंपियो ने यह दावा भी किया है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन ने उनसे एक बार कहा था कि उन्हें चीन के प्रभुत्व को रोकने के लिए दक्षिण कोरिया में अमेरिकी सेना की मौजूदगी सही लगती है। किम जोंग ने कहा था कि उत्तर कोरिया को अमेरिकी खतरे का चीनी दावा झूठ है।

    'बालाकोट स्ट्राइक के बाद परमाणु युद्ध की कगार पर थे भारत-पाक', US के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो का दावा

    जयशंकर ने 1998 में परमाणु परीक्षण के बाद वाजपेयी की कूटनीति को सराहा, बोले- 'उन्हें थी विश्व की गहन समझ'