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    'मैं रूस के लिए नहीं लड़ना चाहता...', यूक्रेन युद्ध में फंसा हैदराबाद का युवक; पत्नी ने भारत सरकार से मांगी मदद

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 11:27 AM (IST)

    तेलंगाना की अफशा बेगम ने विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई है कि उनके पति मोहम्मद अहमद रूस-यूक्रेन युद्ध में फंस गए हैं। उन्हें नौकरी का वादा करके रूस भेजा गया था, लेकिन उन्हें युद्ध में लड़ने के लिए मजबूर किया गया। अहमद को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई और युद्ध क्षेत्र में भेजा गया, जहाँ उन्होंने लड़ने से इनकार कर दिया। अब उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। 

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    तेलंगाना का नागरिक रूस-यूक्रेन युद्ध में फंसा। (फोटो- इंटरनेट मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तेलंगाना की रहने वाली अफशा बेगम ने दावा किया है कि उनके पति रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच में फंस गए हैं। अफशा बेगम का दावा है कि उनके पति मोहम्मद अहमद इसी साल अप्रैल में तेलंगाना से रूस गए थे। उन्हें कंस्ट्रक्शन सेक्टर में नौकरी मिलने की उम्मीद थी।

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    हालांकि, रूस पहुंचने के कुछ दिन बाद ही वह खुद को रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में फंसा हुआ पाए। बताया जाता है कि उनके जॉब एजेंट ने उन्हें धोखा दिया और उन्हें फ्रंटलाइन पर लड़ने के लिए मजबूर किया।

    अफशा बेगम ने विदेश मंत्रालय को लिखी चिट्ठी

    हाल में ही अफशा बेगम ने विदेश मंत्रालय से 37 साल के अहमद को बचाने में मदद करने की अपील की है। अफशा बेगम ने दावा किया है कि उन्हें रूस में फंसाया गया है और उन्हें कॉम्बैट ट्रेनिंग के लिए मजबूर किया गया है।

    विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे एक लेटर में अहमद की पत्नी ने कहा कि मुंबई की एक कंसल्टेंसी फर्म ने उनके पति को रूस में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी का ऑफर दिया था। उन्होंने कहा कि उनके एग्रीमेंट के अनुसार, अहमद अप्रैल 2025 में भारत छोड़कर रूस पहुंच गए थे।

    जबरदस्ती दी गई हथियार चलाने की ट्रेनिंग

    पत्नि अफशा बेगम का दावा है कि उनके पति को करीब एक महीने तक बिना काम के बैठाया गया और बाद में, 30 अन्य लोगों के साथ, उन्हें एक दूरदराज के इलाके में भेज दिया गया और जबरदस्ती हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई।

    अफशा का दावा है कि ट्रेनिंग के बाद 26 लोगों को यूक्रेनी आर्मी से लड़ने के लिए बॉर्डर एरिया में ले जाया गया। बॉर्डर एरिया में ले जाते समय, अहमद आर्मी की गाड़ी से कूद गया, जिससे उसके दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया। उसने लड़ने से मना कर दिया। लेकिन उसे धमकी दी जा रही है कि या तो वह यूक्रेनी आर्मी के खिलाफ लड़े या मारा जाए।

    मोहम्मद अहमद का वीडियो आया सामने

    मोहम्मद अहमद ने रूस में रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में कहा कि उसके साथ ट्रेनिंग लेने वाले 25 लोगों में से 17 लोग मारे गए हैं। जिसमें एक भारतीय शामिल है।

    इस वीडियो में उन्होंने कहा कि मैं जिस जगह पर हूं, वह बॉर्डर है और वहां जंग चल रही है। हम चार भारतीयों ने जाने से मना कर दिया। उन्होंने हमें लड़ने की धमकी दी और मुझ पर और एक दूसरे आदमी पर हथियार तान दिया। उन्होंने मेरी गर्दन पर बंदूक रखी और कहा कि वे मुझे गोली मार देंगे और ऐसा दिखाएंगे जैसे मुझे ड्रोन से मारा गया हो।

    उन्होंने कहा कि मेरे पैर पर प्लास्टर है और मैं चल नहीं पा रहा हूं। प्लीज उस एजेंट को मत छोड़ना जिसने मुझे यहां (रूस) भेजा है। उसने मुझे इन सबमे उलझा दिया। उसने मुझे 25 दिनों तक बिना काम के यहां बैठाए रखा। मैं काम मांगता रहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मुझे रूस में नौकरी के नाम पर जबरदस्ती इसमें घसीटा गया।

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