जोर पड़कने लगी पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की कोशिश
अमेरिकी कांग्रेस में इस मामले को लेकर बिल पेश किए जाने के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीयों ने भी इसके लिए मुहिम छेड़ दी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। उड़ी हमले के बाद पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की कोशिश जोर पकड़ने लगी है। अमेरिकी कांग्रेस में इस मामले को लेकर बिल पेश किए जाने के बाद अमेरिका में रह रहे भारतीयों ने भी इसके लिए मुहिम छेड़ दी है। इसके लिए भारतीय मूल के लोग अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को ऑनलाइन याचिका भेजने जा रहे है।
बताया जाता है कि पाकिस्तान को आतंकी मुल्क घोषित करने की मांग को लेकर यदि एक लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर के साथ याचिका अमेरिकी राष्ट्रपति को सौंपी जाती है तो उन्हें इसका जवाब देना होगा। वहीं भारत में भी सांसद राजीव चंद्रशेखर ने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को पत्र लिखकर मानसून सत्र के शुरू में ही पाकिस्तान को आतंकी मुल्क घोषित करने का प्रस्ताव पास कराने की मांग की है। अमेरिकी भारतीयों का कहना है कि पाकिस्तान न सिर्फ भारत सिर्फ बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया है।
पाकिस्तान की सरकार अपने कूटनीतिक इस्तेमाल के लिए इन आतंकियों को प्रश्रय दे रहा है। यह उसे आतंकी देश घोषित करने के लिए पर्याप्त आधार है। अमेरिकी राष्ट्रपति को ऑनलाइन याचिका सौंपने के लिए भारतीय मूल के लोगों ने हस्ताक्षर अभियान शुरू कर दिया है। उनकी कोशिश अधिक-से-अधिक संख्या में हस्ताक्षर कर ओबामा को याचिका भेजी जाए ताकि उस पर कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। यह याचिका ओबामा द्वारा ह्वाइट हाउस की वेबसाइट पर शुरू की गई ऑनलाइन पेटिशन सर्विस 'वी द पीपुल' के जरिये दाखिल की जाएगी।वहीं भारत में भी पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने की कोशिशों को अमल में लाने की तैयारी शुरू हो गई है।
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राज्यसभा सदस्य राजीव चंद्रशेखर पहले ही संसद के शीतकालीन सत्र में इसके लिए प्रस्ताव लाने का एलान कर चुके हैं। अब उन्होंने सभापति हामिद अंसारी को प्रस्ताव के मसौदे की प्रति भी भेज दी है। चंद्रशेखर ने सभापति से शीतकालीन सत्र के शुरू में ही इस प्रस्ताव को सदन पटल पर विचार के लिए रखने और उसे पास कराने का आग्रह किया है। इसके पहले पिछले हफ्ते दो अमेरिकी सांसदों ने कांग्रेस में पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने का विधेयक पेश किया था।
विधेयक पेश करने वाले सांसदों ने पाकिस्तान को अमेरिकी सहायता बंद करने की मांग करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल पाकिस्तान पड़ोसियों से अपनी दुश्मनी निकालने के लिए आतंकी को ट्रेनिंग देने में करता है। अभी तक किसी अमेरिकी सांसद ने इस विधेयक के खिलाफ नहीं बोला है और इसके लिए अधिक-से-अधिक सांसदों का समर्थन जुटाने की कोशिश की जा रही है। यदि कांग्रेस ने एक बार बिल पास कर दिया तो फिर उसे सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति वीटो लगाकर ही रोक सकते हैं।
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