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    भारत में अब तक का सबसे अधिक नशीली दवाओं का भंडाफोड़, गुजरात तट से 3,300 किलो नशीले पदार्थ किए गए जब्त

    Updated: Wed, 28 Feb 2024 07:25 PM (IST)

    भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अरब सागर में 3300 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स जब्त की।नेशनल नारकोटिक्स ब्यूरोनौसेना और गुजरात पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बधाई दी। एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान के अनुसार एजेंसियां पिछले कुछ हफ्तों से ड्‌र्ग्स के बड़े खेप के अरब सागर के रास्ते आने की खुफिया जानकारी पर काम रही थी।

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    गुजरात तट से 3,300 किलो नशीले पदार्थ किए गए जब्त (Image: ANI)

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अरब सागर में 3300 किलोग्राम से अधिक ड्रग्स जब्त की है। इरान के चाबहार पोर्ट से चली नाव को गुजरात की सीमा से 60 नोटिकल माइल्स की दूरी पर पकड़कर पोरबंदर लाया गया।

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    नेशनल नारकोटिक्स ब्यूरो (एनसीबी), नौसेना और गुजरात पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मिली सफलता पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बधाई दी है। शाह ने कहा कि बीच समुद्र में पकड़ी गई अब तक सबसे अधिक ड्‌र्ग्स प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नशा मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में अहम कदम है।

    जांच एजेंसियों ने ऐसे लगाया पता 

    एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान के अनुसार एजेंसियां पिछले कुछ हफ्तों से ड्‌र्ग्स के बड़े खेप के अरब सागर के रास्ते आने की खुफिया जानकारी पर काम रही थी। खुफिया जानकारी पर सेना, गुजरात पुलिस और एनसीबी ने आगे काम किया और ड्रग्स के लदी नौका की पहचान कर उसे जब्त किया। इसके लिए सेना की ओर से टीही विमानों की मदद ली गई और उसके कमांडो ने आपरेशन कर नौका पर मौजूद पांच लोगों को काबू में किया। नाव से ड्रग्स के अलावा एक थुराया और चार मोबाइल फोन बरामद किये गए थे, जिनकी जांच की जा रही है।

    पांच तस्करों को किया गिरफ्तार 

    नाव से जिन पांच तस्करों को गिरफ्तार किया गया है, उनके पास कोई भी पहचान पत्र नहीं मिला है। उनसे पूछताछ की जा रही है और माना जा रहा है कि वे पाकिस्तान या ईरान के हो सकते हैं। ड्‌र्ग्स जिन पैकेटों में रखे गए थे, उन पर पाकिस्तान की एक खाद्य कंपनी का नाम छपा है, इससे साफ है कि तस्करी में पाकिस्तानी नागरिकों की सक्रिय भूमिका थी।

    वैसे प्रधान ने यह नहीं बताया कि ड्‌र्ग्स की डिलिवरी कहां की जानी थी। उन्होंने कहा कि इसकी अभी जांच की जा रही है। वैसे खुफिया जानकारी में ड्‌र्ग्स को तमिलनाडु से आने वाली मछली पकड़ने वाली नाव में डिलिवर करने की बात कही गई थी। पकड़े गए ड्रग्स में 3110 किलोग्राम चरस/हशीश, 158.3 किलोग्राम क्रिस्टलीयर पाउडर मेथ और 24.6 किलोग्राम हेरोइन शामिल है।

    समुद्र में ‌ड्रग की सबसे बड़ी खेप

    प्रधान के अनुसार, इनकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1300 करोड़ रुपये से 2000 करोड़ रुपये तक हो सकती है। वैसे मात्रा के हिसाब से बीच समुद्र में ‌ड्रग की सबसे बड़ी खेप है। इस आपरेशन का नाम आपरेशन समुद्र मंथन दिया गया था।

    इसके पहले आपरेशन समुद्रगुप्त के तहत मई 2023 में एनसीबी और नौसेना ने कोचिन के निकट समुद्र में 2500 किलोग्राम ड्रग्स जब्त किया था। एनसीबी के उप महानिदेशक ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि जांच में मिली जानकारी को विदेशी एजेंसियों के साझा किया जाएगा, ताकि पूरे रैकेट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।

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