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    चीन सीमा पर भारत तैनात करेगा 'वज्र', 7600 करोड़ रुपये होंगे खर्च; शून्य तापमान पर भी गोले दागेगी ये तोप

    रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को के9 वज्र स्व-चालित ट्रैक्ड आर्टिलरी गन की खरीद के लिए 7628.70 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इन तोपों का निर्माण आत्मनिर्भर भारत के तहत किया जाएगा। लार्सन एंड टुब्रो से यह अनुबंध किया जाएगा। के 9-वज्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस छोटी स्वचालित तोप है। भारतीय सेना की जरूरत के हिसाब से इन्हें डिजाइन किया गया है।

    By Ajay Kumar Edited By: Ajay Kumar Updated: Fri, 20 Dec 2024 10:22 PM (IST)
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    के-9 वज्र तोप खरीद अनुबंध को मिली मंजूरी।

    पीटीआई, नई दिल्ली। आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ भारत दुनिया की महाशक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत लगातार अपनी सैन्य शक्ति को सशक्त कर रहा है। इसी कड़ी में सरकार जल्दी ही 100 वज्र तोपें खरीदने वाली है। इसे भारतीय कंपनी एलएंडटी स्वदेश में ही बनाएगी। इन तोपों को चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तैनात किया जाएगा।

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    अनुबंध को मिली मंजूरी

    रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना के लिए 100 के9 वज्र तोपों की खरीद के लिए लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड (एलएंडटी)के साथ 7,628 करोड़ रुपये के अनुबंध को शुक्रवार को मंजूरी दे दी। यह परियोजना 'मेक-इन-इंडिया पहल के तहत 'आत्मनिर्भर भारत' की सफलता का एक और प्रमाण है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस यह स्वचालित तोप उच्च सटीकता के साथ लंबी दूरी तक हमला करने में सक्षम है।

    पैदा होंगे रोजगार के लाखों अवसर

    रक्षा मंत्रालय ने कहा, 7,628.70 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय सेना के लिए 155 मिमी/52 कैलिबर के9 वज्र-टी सेल्फ-प्रोपेल्ड ट्रैक्ड आर्टिलरी गन की खरीद के लिए लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। यह परियोजना चार वर्षों की अवधि में रोजगार के लाखों अवसर पैदा करेगी। यह पहल एमएसएमई सहित विभिन्न भारतीय उद्योगों की भागीदारी को प्रोत्साहित करेगी। वज्र-तोपों की खरीद से तोपखाने के आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा।

    रक्षा मंत्रालय ने कहा कि के-9 वज्र-टी तोपों के नवीनतम बैच की खरीद से तोपखाने के आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा। तोपों का निर्माण दक्षिण कोरियाई रक्षा प्रमुख हनवा डिफेंस से लाइसेंस के तहत किया जाएगा। शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और एलएंडटी के प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह तोप अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। सटीकता के साथ लंबी दूरी तक मार करने में भी सक्षम है।

    वज्र तोप की खूबियां

    • के 9-वज्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस छोटी स्वचालित तोप है।
    • तेजी से गोले दागने, सटीक हमला करने में सक्षम।
    • सेना की जरूरतों के अनुसार डिजाइन किया गया है।
    • पहाड़ी हो, या रेगिस्तान इसे कहीं भी आसानी से पहुंचाया जा सकता है।
    • पर्वतीय क्षेत्रों में शून्य से नीचे तापमान में भी बेहतर प्रदर्शन।

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